धर्मेंद्र यादव, निवाड़ी। मध्य प्रदेश में बदमाशों के हौसले बुलंद है, उन्हें पुलिस का जरा सा भी खौफ नहीं है। ताजा मामला निवाड़ी जिले से सामने आया है। जहां दो अधिवक्ताओं पर बदमाशों ने लाठी-डंडे से जानलेवा हमला किया है। वहीं जब पीड़ित वकील मामले की रिपोर्ट दर्ज कराने थाने पहुंचे तो पुलिस FIR लिखने में आनाकानी कर रही थी। इसलिए पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी गंभीर सवाल उठ रहे है। 

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दरअसल पूरा मामला पृथ्वीपुर थाना क्षेत्र का है,जहां के आदतन अपराधी शेरसिंह परमार निवासी बारह बुजुर्ग, जिस पर लगभग आधा दर्जन से भी ज्यादा मामले दर्ज है। वह अपने अन्य साथियों के साथ आया और अधिवक्ता हरगोविंद यादव और पुरुषोत्तम यादव पर जनपद पंचायत कार्यालय के सामने ही डंडों व पत्थर के खंडों से जान लेवा हमला कर दिया। इस दौरान वहां मौजूद भीड़ ने उन्हें किसी तरह बचाया, लेकिन अपराधी मौके से फरार हो गए। 

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वहीं जब पीड़ित अधिवक्ताओं ने अपने साथ हुई वारदात को थाने में जाकर बताया तो पुलिस ने रिपोर्ट लेने से ही इंकार कर दिय। जिसके बाद काफी हंगामा भी मचा। अधिवक्ताओं के धरने देने के बाद किसी तरह पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज की। घायल वकीलों ने अधिवक्ता संघ को चिट्ठी लिखी है, साथ ही यादव समाज ने भी अधिवक्ताओं पर हुए हमले पर कड़ी नाराज़गी जताते हुए कहा कि अपराधियों पर अगर कड़ी कारवाई नहीं हुई तो वे बड़ा आंदोलन करंगे।  

 

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