प्रतीक चौहान. भूपेश कैबिनेट से मंत्री रहे डॉ प्रेस साय सिंह टेकाम ने अपना इस्तीफा सौंप दिया है. अब उनके स्थान पर पूर्व पीसीसी चीफ मोहन मरकाम शुक्रवार को मंत्री पद की शपथ लेने वाले है.
मंत्री रहते हुए डॉ प्रेम साय सिंह टेकाम के विभाग की उपलब्धियों की चर्चा अब उनके इस्तीफे के भले न हो, लेकिन उनके इस्तीफे के बाद सोशल मीडिया में दारू पीने को लेकर उनका बताया गया ‘D’ एक बार फिर सुर्खियों में है.
तब भी उनका शराब प्रेम उमड़कर सामने आया था और उनके इस फार्मूले की चर्चा सोशल मीडिया में काफी वायरल हुई थी. अपना ये प्रेम उन्होंने नशा मुक्ति कार्यक्रम के मंच से दिया था.
तब उन्होंने न केवल शराब पीने के सही तरीकों के बारे में बताया, बल्कि हरिवंशराय बच्चन की कविता का जिक्र करते हुए उन्होंने ये भी कहा था कि एक कराती मधुशाला…
दरअसल बलरामपुर जिले के वाड्रफनगर में नशा मुक्ति से जुड़े एक कार्यक्रम में नशे से दूर रहने की शिक्षा देने गए शिक्षा मंत्री प्रेम साय सिंह टेकाम शराब के फायदे गिनवा दिए थे. हद तो तब हो गई कि वे यहां तक बताने लगे कि शराब में कितना पानी मिलाया जाए, उन्होंने अपनी बात को मजबूत करने के लिए ख्यात कवि हरिवंशराय बच्चन की कविता का भी जिक्र किया था. इस कार्यक्रम में कलेक्टर और एसपी भी मौजूद थे.
क्या था डॉ टेकाम का D फार्मूला
कार्यक्रम में तब के मंत्री बोल रहे थे कि वे एक मीटिंग में गए थे, वहां एक शराब के पक्ष में बात हो रही थी. तो दूसरा उसका नुकसान बता रहा था. उन्होंने कहा था कि हम भी कभी-कभी उसका उपयोग करते हैं, चुनाव में उपयोग करते हैं, बाकी जगहों में भी उपयोग करते हैं. D का फार्मूला बताते हुए उन्होंने कहा था कि
दारू का मतलब D, शराब में यदि पानी मिलाएंगे, तो उसमें डायल्यूशन (Dilution) (पतला करने की प्रक्रिया) होना चाहिए, कितना डायल्यूशन हो, जितना हो सकता है, उतना हो. फिर उसमें ड्यूरेशन (Duration) (समय) होना चाहिए. ये नहीं की एक बार में ही घट-घट कर मार दिए.
खैर अब एक बार फिर उनके इस फार्मूले की चर्चा हो रही है.