भारतीय अंतरिक्ष और अनुसंधान संस्थान (इसरो) पंजाब में स्पेस म्यूजियम बनाएगा, जहां बच्चे राकेट साइंस की बारीकियां सीख सकेंगे।

यह जानकारी मुख्यमंत्री भगवंत मान ने श्रीहरिकोटा से चंद्रयान-3 की लॉन्चिंग के बाद लौटे विद्यार्थियों से चर्चा के दौरान दी।

बच्चों ने चंद्रयान-3 की लॉन्चिंग से जुड़े अपने अनुभव मुख्यमंत्री के साथ साझा किए। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बड़े गौरव और संतुष्टि की बात है कि इसरो ने पंजाब में स्पेस म्युजियम स्थापित करने में गहरी रुचि दिखाई है।

उन्होंने कहा कि पंजाब में इस प्रोजेक्ट की स्थापना के लिए राज्य सरकार इसरो को पूरा सहयोग देगी। इस म्युजियम के बनने से राज्य में विज्ञान सभ्याचार को बढ़ावा मिलेगा।

उन्होंने बताया कि इसरो आने वाले दिनों में लगभग 13 अलग-अलग प्रोजेक्टों पर अन्य अंतरिक्ष और मिसाइल कार्यक्रमों का आयोजन करेगा, जिसमें राज्य के अन्य विद्यार्थियों को विज्ञान व प्रौद्योगिकी के बारे में अपने ज्ञान में विस्तार करने के लिए भेजा जाएगा।

मान ने दावा किया कि लॉन्चिंग देखने के लिए सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को मुफ्त टूर करवाने वाला पंजाब देश का पहला राज्य बन गया है। इस कदम का उद्देश्य विद्यार्थियों के दृष्टिकोण को और विस्तार देना है। उन्होंने बताया कि स्कूल ऑफ एमिनेंस से चुने गए 15 छात्रों और 15 छात्राओं का बैच इस यात्रा के लिए भेजा गया था। इनमें से अधिकतर विद्यार्थियों ने जिंदगी में पहली बार हवाई जहाज में सफर किया। इन विद्यार्थियों के सफर, खाने-पीने और रहने का सारा खर्चा पंजाब सरकार ने उठाया। यह विद्यार्थी और उनके साथ गए अध्यापक उसी होटल में ठहरे थे, जहां शिक्षा मंत्री हरजोत बैंस रुके थे। मान ने कहा कि विद्यार्थियों के ज्ञान में विस्तार करने के लिए थ्यूरी की अपेक्षा प्रैक्टिकल अधिक अहम भूमिका निभाता है, इसलिए यह टूर विद्यार्थियों को भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार करने में अहम साबित होगा।
ISRO to set up space museum in Punjab, children will be able to learn the nuances of rocket science