दिनेश कुमार द्विवेदी, मनेन्द्रगढ़। राज्य सरकार द्वारा शिक्षा में सुधार में लाने के लिए भले ही बड़े-बड़े दावे किए जाते हों, लेकिन कुछ विद्यालय ऐसे भी हैं, जहां शिक्षक आमतौर पर नदारद रहते हैं. ऐसा ही स्कूल एमसीबी जिले के दूरस्थ वनांचल क्षेत्र विकासखंड भरतपुर में है, जिसे खुले महीनों बीत गए, लेकिन पदस्थ शिक्षक आज भी छुट्टियां मना रहे हैं.
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एमसीबी जिले के दूरस्थ वनांचल क्षेत्र विकासखंड भरतपुर के बडगांवकला गांव स्थित मिडिल स्कूूल में दो शिक्षकों की पदस्थापना तो हुई है, लेकिन शिक्षक आज तक स्कूल नहीं आये. स्कूल को खोलने और बंद करने के लिए एक अदद चपरासी जरूर है. स्कूल में बच्चे सिर्फ मध्यान्ह भोजन करने के लिए आते और चले जाते हैं.
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वहीं प्राथमिक स्कूल बघेल में शिक्षक बिना किसी सूचना के गायब रहते हैं, क्योंकि जब उनके देख रेख करने वाले सीएसी स्वयं नदारद रहते हैं. स्कूल के शिक्षक के पास छात्रावास अधीक्षक का भी प्रभार में है. स्थानीय जनपद सदस्य प्रकाश नारायण व सरपंच जीवनलाल ने बताया कि कई बार शिकायत करने पर भी कोई कार्रवाई नहीं होने से शिक्षकों के हौसले बुलंद हैं, ऐसे में शिक्षा का स्तर कैसे सुधरेगा.