सतीश चांडक, सुकमा। तेलगांना डेमोक्रेटिक फोरम के 7 कार्यकर्ताओ को देर शाम को सुकमा जेल से रिहा किया गया। कल छत्तीसगढ़ हाइकोर्ट से जमानत मिली। इन सभी को 25 दिसम्बर 16 को कोंटा इलाके से गिरफ्तार किया गया था ।
शनिवार शाम करीब 6 बजे उप जेल सुकमा से टीडीएफ के सात कार्यकर्ताओ को जमानत पर छोड़ा गया। कल हाई कोर्ट ने जमानत दी थी। जिसमें बला रविन्दरनाथ वकील, सीएच प्रभाकर वकील, मो. नाजिर छात्र, बी. दुर्गाप्रसाद पत्रकार, के. राजेन्द्र पत्रकार, डी. प्रभाकर सामाजिक कार्यकर्ता, आर लक्ष्म्या शामिल हैं.
इन सभी को 25 दिसम्बर 2016 को कोंटा पुलिस ने पकड़ा था। इन पर आरोप था कि ये नक्सलियों की मदद करते है और पास से पैसा, नक्सली साहित्य बरामद हुआ था। जिसके बाद पुलिस ने जनसुरक्षा अधिनियम छतीसगढ़ की धारा लगाई थी। उसके बाद परिजनों ने सुकमा में जमानत के लिए फ़ाइल दाखिल की थी। लेकिन खारिज होने के बाद दंतेवाड़ा फिर हाईकोर्ट में लगाया गया था।
जिसके बाद 2 जून को बहस हुई और फिर जमानत के लिए आदेश निकला। वही आदिवासी नेत्री सोनी सोरी के पिता की 25 हजार के मुचलके पर जमानत हुई। इस मौके पर सभी लोगो के परिजन जेल पहुचे थे और इनके रिहा होने पर काफी खुश दिखे.