भोपाल. मध्यप्रदेश में जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल को रोकने सरकार द्वारा लगाया गया एस्मा बे-असर हो गया है. जिसके बाद प्रदेशभर के करीब 200 जूनियर डॉक्टरों ने सामूहिक इस्तीफा दे दिया. दरअसल जूनियर डॉक्टर ने आज डीन से मुलाकात की. लेकिन जूडा की मांगों को लेकर कोई फैसला नहीं हो पाया.
इसके बाद जूनियर डॉक्टरों ने सामूहिक इस्तीफा देने का फैसला किया. सोमवार को ही सरकार ने अधिसूचना जारी कर जूडा और पैरामेडिकल स्टाफ की सेवाओंं को अति आवश्यक घोषित करते हुए एस्मा लगा दिया था और तीन माह तक सामूहिक अवकाश पर भी रोक लगाई थी. लेकिन मांगे पूरी न होने से नाराज जूडा ने सामूहिक इस्तीफ़ा दे दिया.
स्टाइपेंड बढ़ाने सहित अन्य मांगों को लेकर तकरीबन 1500 जूनियर डॉक्टर सोमवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. अतिरिक्त मुख्य सचिव राधेश्याम जुलानिया ने जूडा से चर्चा के दौरान कहा था कि पहले हड़ताल समाप्त करें और फिर चर्चा करें. लेकिन जूडा इसके लिए राजी नहीं हुआ है. बता दें कि इन जूनियर डॉक्टरों के हड़ताल पर चले जाने से स्वास्थ्य सेवाएं भी प्रभावित हुई हैं.