रामेश्वर मरकाम,धमतरी. यहां एक ऐसा मामला सामने आया है,जिसने पूरे प्रशासनिक अमले में खलबली मची दी है. दरअसल यहां जिले के कलेक्टर को निर्वाचन आयोग के नाम से ऐसा पत्र मिला है,जिसे देखकर कलेक्टर भी हैरान रह गए हैं और पूरे प्रशासनिक अमले में हड़कंप मच गया.
दरअसल कलेक्टर को जो पत्र मिला है उसमें कई ऐसी बाते लिखी हैं,जो गलत हैं. इसे पढ़कर कलेक्टर भी हैरान रह गए. इसके बाद इस पत्र की जांच की गई तो पता चला की ये पत्र फर्जी है. जिसके बाद जिला निर्वाचन के पर्यवेक्षक एच एन अनेश्वरी ने रूद्री थाने मे एक एफआईआर दर्ज कराया है. जिस पर रुद्री पुलिस मामला दर्ज कर जांच में जुटी है.
बता दें कि 29 जून को डाक के जरिये धमतरी कलेक्टर के नाम से एक अंग्रेजी में लिखा हुआ पत्र प्राप्त हुआ. जो पत्र भारत र्निवाचन आयोग के नाम से भेजा गया है. इस पत्र की जारी तिथि 3 मई लिखा हुआ है. पत्र में लिखा है कि ईवीएम से होने वाले चुनाव लोकतंत्र के लिए खतरा है. और ईवीएम में गड़बड़ी हो रही है. साथ ही यह भी लिखा हुआ है कि अगर इसमें गड़बड़ी होती है तो आयोग को 30 दिन के भीतर सूचित करें. इसके अलावा लिखा गया है की चुनाव ईवीएम के जगह पर बैलेट पेपर से करवाएं.
इस पत्र को पढ़ते कलेक्टर समेत निर्वाचन विभाग के सभी अधिकारी अचरज में पड़ गए और इस पत्र की सत्यता जांचने के लिए पत्र को छत्तीसगढ़ चुनाव आयोग को भेजा दिया.जिसके बाद आयोग ने पत्र को फर्जी घोषित कर दिया. बता दें कि पत्र में बकायदा मुख्य निर्वाचन आयुक्त के फर्जी हस्ताक्षर भी हैं और तो और पत्र को देखकर आपको लगेगा कि ये पत्र निश्चित ही दिल्ली से आया हुआ है.
फिलहाल रुद्री पुलिस ने धारा 419 और 468 के तहत मामला दर्ज कर लिया है और जांच में जुट गई है. अब देखने वाली बात होगी की आखिर किसने ये पत्र कलेक्टर को भेजा था. बहरहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है.