रायपुर। आखिरकार छत्तीसगढ़ में दोनों प्रमुख दलों ने अपने-अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर ही दी. टिकट की घोषणा होते ही सिर फुटव्वल तक की नौबत आ गई, बिलासपुर में नाराज दावेदार के समर्थकों ने कांग्रेस कार्यालय में जमकर तोड़फोड़ की. वहीं रेणु जोगी के राजनीतिक भविष्य को लेकर चल रहा सस्पेंस अब खत्म हो गया है.

टिकट कटने पर कांग्रेस भवन में तोड़फोड़

टिकट को लेकर कांग्रेस और भाजपा के दावेदारों में बेहद नाराजगी है. दोनों तरफ से बगावत की भी खबरें आ रही है. वहीं आज कांग्रेस द्वारा जारी की गई अंतिम सूची में बिलासपुर से शैलेष पाण्डेय को टिकट दी गई है. टिकट नहीं मिलने से अटल श्रीवास्तव के समर्थक नाराज हो गए और उन्होंने कांग्रेस भवन में जमकर हंगामा और तोड़फोड़ किया. नाराज अटल समर्थकों ने कांग्रेस भवन में ताला जल दिया और धरने पर भी बैठ गए. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने मीडिया से बातचीत करते हुए टिकट बेचने का आरोप लगाया है.

गुलाबी रंग में रंगेंगी रेणु जोगी

कांग्रेस की ओर से गुरुवार को विधानसभा चुनाव के लिए 19 प्रत्याशियों की सूची जारी करने के साथ कोटा विधानसभा को लेकर लंबे समय से बनी उहापोह की स्थिति दूर हो गई. जनता कांग्रेस सुप्रीमो अजीत जोगी ने रेणु जोगी के जनता कांग्रेस के निशान पर चुनाव लड़ने की घोषणा की है. शुक्रवार को रेणु जोगी अपना नामांकन दाखिल करेंगी. कांग्रेस के कोटा सीट से विभोर सिंह को टिकट दिए जाने पर अजीत जोगी ने टिप्पणी करते हुए कहा कि रेणु जोगी जनता कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर चुकी हैं, वे अब कोटा विधानसभा से चुनाव लड़ेंगी. लेकिन इस विषय पर रेणु जोगी की टिप्पणी नहीं आई है.

प्रतिमा की जगह ताम्रध्वज के नाम का ऐलान

कांग्रेस ने टिकटों की आखिरी सूची जारी कर दी. लंबे इतंजार के बाद ये सूची जारी की गई है. कांग्रेस ने इस लिस्ट में 19 नामों का ऐलान किया है. एक सीट पर कांग्रेस ने नाम परिवर्तित किया है. दुर्ग ग्रामीण से पहले प्रतिमा चंद्राकर को टिकट दी गई थी लेकिन कांग्रेस ने अब यहां से ओबीसी सेल के राष्ट्रीय अध्यक्ष और दुर्ग के सासंद ताम्रध्वज साहू को उतारा है. दुर्ग जिले में साहू समाज से किसी को भी प्रत्याशी नहीं बनाया गया था. जिससे समाज में काफी नाराजगी थी. दुर्ग ग्रामीण से ताम्रध्वज को टिकट देकर साहू समाज को कांग्रेस ने काफी हद तक मैनेज कर लिया है.

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी की शिकायत मुख्य चुनाव आयुक्त से

कांग्रेस ने मुख्य चुनाव आयुक्त ओपी रावत से छत्तीसगढ़ निर्वाचन आयोग की शिकायत की है. कांग्रेस ने रावत से मुलाकात कर उन्हें शिकायती पत्र सौंपा है. पत्र में उन्होंने कहा है कि कांग्रेस द्वारा आदर्श आचार संहिता उल्लंघन की कई शिकायतें तथ्यों और सबूतों के साथ की है उसके बावजूद छत्तीसगढ़ निर्वाचन आयोग द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई है. कांग्रेस ने रावत से मांग की है कि मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के लिए प्राप्त शिकायतों के निराकरण के लिए समय सीमा सुनिश्चित करने और की गई कार्रवाई से अवगत कराने के लिए निर्देश देने के लिए कहा है. कांग्रेस ने आगे कहा है कि न्याय की मांग करते हुए कहा है कि न्याय में विलंब से न्याय का उद्धेश्य ही समाप्त हो जाता है. पूर्व महापौर किरणमयी नायक के नेतृत्व में कांग्रेस लीगल विभाग के सदस्य मुख्य चुनाव आयुक्त ओपी रावत से मुलाकात कर दुर्ग, बिलासपुर, सुकमा और जशपुर के कलेक्टरों और धरसींव जनपद पंचायत के सीईओ को हटाने की मांग की है. कांग्रेस ने सभी के खिलाफ अपने पद का दुरुपयोग करने और भाजपा के एजेन्ट के रुप में काम करने का आरोप लगाया है. कांग्रेस ने मुख्य चुनाव आयुक्त से सभी को तत्काल हटाने की मांग भी की है.