रायपुर। सिलतरा के एसकेएस इस्पात में कल दर्दनाक हादसे में एक श्रमिक की मौत हो गई. कन्वेयर बेल्ट में फंसकर इसकी मौत हुई. जिसके बाद इलाके के लोगों का गुस्सा फूट पड़ा. उन्होंने सुरक्षा मानकों की अनदेखी का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि फैक्ट्री प्रबंधन की लापरवाही से ये मौत हुई है. आक्रोशित ग्रामीण बड़ी संख्या में एसकेएस इस्पात पहुंचे और शव को कम्पनी से बाहर नहीं आने दिया. ग्रामीणों ने 50 लाख रुपए मुआवजा देने और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की.

बता दें कि मृतक का नाम विष्णु साहू था. वो कंपनी के लैब में हेल्पर के रूप में कार्यरत था. शाम की शिफ्ट में रोज़ की तरह वो काम करने गया था., जहां ये हादसा हुआ. बुधवार शाम को जिस हॉपर में गर्म माल आकर गिरता है, उसमें से माल अचानक कम मात्रा में गिरने लगा. जब दूसरे मजदूर इसका पता लगाने के लिए मौके पर पहुंचे, तो वहां खून दिखाई दिया, जिसके बाद ध्यान से देखने पर उसमें मजदूर विष्णु का शव दिखाई दिया. कड़ी मशक्कत के बाद उसके शव को बाहर निकाला जा सका. शव को पोस्टमॉर्टम के लिए जब भेजा जाने लगा, तो आक्रोशित गांववालों ने उन्हें रोक दिया.

सूचना मिलते ही धरसींवा टीआई भूषण एक्का पुलिस बल के साथ पहुचे मौके पर पहुंचे, जहां बड़ी संख्या में आक्रोशित ग्रामीणों ने पचास लाख रु मुआवजा और लापरवाह प्रबन्धन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की.

इधर इस घटना ने एक बार फिर औद्योगिक ईकाईयों में सुरक्षा उपकरणों की अनदेखी ओर लापरवाही को उजागर किया है. बताया जाता है कि मृतक कब और कैसे गर्म माल के हॉपर में पहुंचा, ये किसी ने नहीं देखा. एक श्रमिक ने नाम नहीं छपने की शर्त पर बताया कि मृतक लैब में हेल्पर था और माल टेस्ट के लिए लैब ले जाता था. हो सकता है कि दोपहर के आसपास माल उठाने गया हो और उसकी चपेट में आ गया हो.

टीआई एक्का ने कहा कि मृतक बालिग है या नाबालिग ये प्रमाणपत्र देखने के बाद ही पता चलेगा और जांच में जो भी दोषी पाए जाएंगे, उनके विरुद्ध मामला दर्ज होगा.