अमृतांशी जोशी,भोपाल। मध्यप्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियां चुनाव प्रचार प्रसार में लगी हुई है. राजनीतिक पार्टियों के इस्तेमाल में आने वाली सामग्रियां कहां से आती है. आपके मन में भी यह सवाल जरूर उठता होगा. चुनाव सामग्री जनता के वोटों को लुभाने के लिए अहम भूमिका निभाती है. राजधानी भोपाल में कुछ ऐसे ही चुनिंदा दुकाने हैं, जहां से बीजेपी, कांग्रेस, बीएसपी समेत निर्दलीय प्रत्याशियों के लिए चुनाव सामग्री वितरित होती है.
दरअसल भोपाल के मालवीय नगर में सभी पार्टियों की चुनाव सामग्री उपलब्ध है. अग्रवाल नाम से बड़ी दुकान है, जिसके संचालक हरि मिश्रा है. खास बात यह है कि सभी छोटी और बड़ी पार्टियां यहां से चुनाव सामग्री लेती है. ये दुकान चुनावी रंगों में रंगी नज़र आती है. यहां बीजेपी, कांग्रेस, बीएसपी समेत सभी के झंडे एक साथ बिकते हैं और लगे हुए हैं. बीजेपी-कांग्रेस या किसी पार्टी के दिग्गज नेताओं से लेकर छोटे से छोटे प्रत्याशियों के लिए चुनाव सामग्री का भरपूर वितरण होता है. इन सामग्री में सैशे, पोस्टर, झंडे, ब्रोच जैसी चीजें शामिल है.
खास बात ये है निर्दलीय प्रत्याशियों के लिए भी यहां पर सामग्री उपलब्ध है. निर्दलीय प्रत्याशियों को अलग-अलग चुनाव चिन्हों का आवंटन होता है. जैसे की हथौड़ा, केक, ऑटो, कुल्हाड़ी, कुकर अन्य चुनावी चिन्हों को लेकर भी यहां पर सभी सामग्री पूरी तरह उपलब्ध है. रोज बड़ी संख्या में पार्टी के कार्यकर्ता इस दुकान पर पहुंचते हैं. वोटर्स को लुभाने के लिए अलग-अलग रंग बिरंगी और नई नई चीज़ें लेकर जाते हैं.
यहां के चुनाव सामग्री के वितरण के बिना चुनाव पूरी तरह अधूरे हैं. बड़े बड़े रंग बिरंगे अलग-अलग पार्टियों के चुनावी पोस्टर टेम्पलेट ही जनता को लुभाने का सबसे बड़ा ज़रिया होते हैं. भोपाल में ऐसी 3-4 दुकानें अलग-अलग क्षेत्रों में बनी हुई है. जिनकी भूमिका सबसे ज़्यादा चुनावी माहौल में देखने को मिलती है. वाकई में ये दुकानें चुनाव और पार्टियों का माहौल भी पूरी तरह तय करती है.
Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक