भिलाई। भिलाई सेंट्रल जेल से भोपाल पेशी पर ले गए करोड़ों रुपए के धोखाधड़ी का रसूखदार आरोपी अमित श्रीवास्तव रहस्यमय तरीके से फरार हो गया. आरोपी अमित भोपाल के हबीबगंज रेलवे स्टेशन के वेटिंग रूम से फरार हो गया. इस मामले में पेशी पर ले जाने वाले तीनों पुलिसकर्मियों की भूमिका संदिग्ध है. मामले में विभागीय जांच के आदेश भी दे दिए गए हैं.

बता दें कि जीआरपी की शुरुआती जांच में पता चला है कि पुलिसकर्मियों ने आरोपी अमित श्रीवास्तव की हथकड़ी खोलकर रखी थी. वहीं फरार होने की जानकारी मिलने के करीब 9 घंटे के बाद पुलिसकर्मियों ने इसकी सूचना जीआरपी को दी. बता दें कि भिलाई पुलिस के आरक्षक हेमंत कुमार, सर्वेश कुमार पांडे और अर्जुन दुबे आरोपी को पेशी पर भोपाल लेकर गए थे.  अमित श्रीवास्तव को निवेश के नाम पर करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है.

कई सवाल जिनसे पुलिसकर्मियों की भूमिका पर संदेह

  1. पुलिसकर्मियों ने आरोपी अमित श्रीवास्तव की हथकड़ी क्यों खोलकर रखी थी?
  2. फरार होने के 9 घंटे के बाद जीआरपी को जानकारी क्यों दी गई?
  3. जब 3-3 पुलिसकर्मियों की ड्यूटी थी, तो आरोपी फरार कैसे हो गया?

क्या है मामला?

बता दें कि भोपाल न्यायालय में पेशी के बाद मंगलवार रात को आरोपी अमित श्रीवास्तव को छग एक्सप्रेस से दुर्ग वापस जाना था. रात को ट्रेन लेट चल रही थी. ऐसे में तीनों आरक्षक आरोपी को लेकर हबीबगंज रेलवे स्टेशन के वेटिंग रूम में ठहरे हुए थे. तीनों पुलिसकर्मियों का कहना कि अमित बार-बार बाथरूम जाने की बात कह रहा था. रात में दो से तीन बार वो बाथरूम गया, तो पुलिसकर्मी उसे साथ ले गए. लेकिन बार-बार बाथरूम जाने के कारण पुलिसकर्मियों ने बुधवार तड़के करीब साढ़े चार बजे उसकी हथकड़ी खोल दी.

वहीं पुलिसकर्मियों का कहना है कि उनकी आंख लग गई. करीब पौने पांच बजे अमित गायब मिला. बता दें कि अमित को 19 अगस्त 2015 से अन्य आरोपियों के साथ दुर्ग के सेंट्रल जेल में रखा गया था. भोपाल में उसके खिलाफ धारा 420 का एक मामला दर्ज है, उसी मामले में उसे पेशी पर ले जाया गया था.

बताया जा रहा है कि आरोपी को तलाशने के लिए रेलवे स्टेशन के सामने लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज को जब खंगाला गया, तो आरोपी एक बस में बैठता हुआ दिख रहा है. पुलिस ने बस की पहचान कर उसके चालक-परिचालक से भी पूछताछ की है. हालांकि बसकर्मियों ने उसे पहचानने से इंकार कर दिया.

ये भी जानकारी मिल रही है कि आरोपी ने पुलिसकर्मियों के मोबाइल से अपनी बेटी से बात की थी और उसे दुर्ग पहुंचने पर स्टेशन मिलने के लिए बुलाया था.

एएसपी शशिमोहन सिंह ने बताया कि आरोपी अमित श्रीवास्तव को पेशी पर लेकर जाने वाले तीनों पुलिसकर्मियों हेमंत कुमार, सर्वेश कुमार पांडे और अर्जुन दुबे के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दे दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि पुलिस आसपास के जिलों में मुखबिरों के माध्यम से उसकी तलाश कर रही है. वहीं सोशल मीडिया में भी उसकी फोटो शेयर की गई है.