फगवाड़ा। पंजाब के फगवाड़ा शहर में सोमवार देर शाम उस समय दहशत फैल गई जब गौशाला रोड बाजार में कुछ नौजवानों ने शिवसेना नेता इंदरजीत करवाल के बेटे जिम्मी करवाल पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं और तेजधार हथियारों से हमला कर दिया। हमले में जिम्मी करवाल के अलावा अपने बेटे को बचाने दौड़े शिवसेना नेता इंदरजीत करवाल भी गंभीर रूप से घायल हो गए। मामले की सूचना मिलते ही डीएसपी भारत भूषण और एसएचओ ऊषा रानी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे।

पुलिस की शुरूआती जांच में पता चला है कि पुरानी रंजिश के चलते एक विशेष समुदाय के कुछ नौजवानों ने जिम्मी करवाल का पीछा किया हुआ था और मौका मिलते ही उन पर यह जानलेवा हमला कर दिया। शिवसेना नेताओं का आरोप है कि हमलावर लंबे समय से रेकी कर रहे थे और इसकी सूचना उन्होंने फगवाड़ा पुलिस को पहले ही दे दी थीं, लेकिन पुलिस पर ये आरोप हैं कि ने समय रहते कोई कार्रवाई नहीं की। पुलिस की इस लापरवाही को लेकर लोगों में गुस्सा हैं।

हमले की खबर फैलते ही फगवाड़ा के विधायक बलविंदर सिंह धालीवाल, मेयर रामपाल उप्पल और विभिन्न दलों के नेता सिविल अस्पताल पहुंचे। घटना की कड़ी निंदा करते हुए शिवसेना नेता इंदरजीत करवाल और अन्य हिंदू संगठनों ने मंगलवार को पूरा फगवाड़ा बंद रखने का ऐलान किया है।