नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी के सदस्य संजय सिंह को बुधवार को सदन की कार्यवाही बाधित करने और सभापति की अवहेलना करने के आरोप में राज्यसभा से एक सप्ताह के लिए निलंबित कर दिया गया. संजय सिंह के साथ विपक्ष के 20 सदस्यों को उच्च सदन से निलंबित कर दिया गया है. इसके बाद राज्यसभा की कार्यवाही 15 मिनट के लिए स्थगित कर दी गई थी. संजय सिंह को सदन में लगातार नारेबाजी करने और कागज फेंकने को लेकर निलंबित किया गया.
संसदीय कार्य राज्यमंत्री वी. मुरलीधरन ने प्रस्ताव किया पेश
दोपहर 12 बजे सदन की कार्यवाही फिर से शुरू होने पर संसदीय कार्य राज्यमंत्री वी. मुरलीधरन ने संजय सिंह को निलंबित करने का प्रस्ताव पेश किया, जिसे पारित कर दिया गया. निलंबन के बाद संजय सिंह के सदन से नहीं निकलने पर उपसभापति हरिवंश ने सदन को 15 मिनट के लिए स्थगित कर दिया. जब राज्यसभा एक बार फिर से शुरू हुई, तो उपसभापति ने संजय सिंह से सदन छोड़ने का अनुरोध किया, लेकिन वे नहीं माने, जिसके बाद उपसभापति ने सदन को दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया.
मंगलवार को 19 विपक्षी सदस्यों को किया गया था निलंबित
मंगलवार को सदन की कार्यवाही बाधित करने के आरोप में 19 विपक्षी सदस्यों को राज्यसभा से एक सप्ताह के लिए निलंबित कर दिया था. 19 सदस्यों में तृणमूल कांग्रेस के 7, द्रमुक के 6, टीआरएस के 3, माकपा के 2 और भाकपा का एक सदस्य शामिल है. तृणमूल के निलंबित राज्यसभा सदस्यों में सुष्मिता देव, मौसम नूर, शांता छेत्री, डोला सेन, शांतनु सेन, अबीर रंजन बिस्वास और नादियमल हक शामिल हैं. द्रमुक के 6 निलंबित सदस्यों में कनिमोझी एनवीएन सोमू, एम. षणमुगम, एम. मोहम्मद अब्दुल्ला, एस. कल्याणसुंदरम, आर गिरिराजन और एनआर एलंगो शामिल है. अन्य निलंबित सदस्यों में टीआरएस के बी. लिंगैया यादव, रविचंद्र वद्दीराजू और दामोदर राव दिवाकोंडा, वी. शिवदासन और माकपा के ए.ए. रहीम और भाकपा के संदोश कुमार शामिल हैं.
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