रायपुर। मानदेय में वृद्धि समेत छह सूत्रीय मांगों को लेकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं ने राज्य सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला रखा है. राजधानी में जुटीं पूरे प्रदेश भर से लगभग हजारों की संख्या में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की मांग है कि राज्य सरकार उन्हे कलेक्टर दर पर मानदेय का भुगतान करे.

छत्तीसगढ़ जुझारू आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका यूनियन द्वारा संयुक्त रूप से आंदोलन किया जा रहा है. आंदोलन को लेकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका कल्याण संघ की प्रांताध्यक्ष पद्मावती साहू ने बताया कि अपनी लंबित मांगों को लेकर उन्होंने दो दिवसीय महापड़ाव का आयोजन किया है. अपनी मांगों को लेकर काफी समय से राज्य सरकार के विरुद्ध हड़ताल कर रही हैं, लेकिन उनकी मांगों को लेकर अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई इसलिए दो दिवसीय महापड़ाव के माध्यम से सरकार को जागरूक करना चाहते हैं.

कार्यकर्ताओं ने कहा कि उनकी मांगों को लेकर उन्हें बूढ़ा तालाब में प्रदर्शन की प्रशासनिक अनुमति नहीं मिली है, फिर भी वे यहां प्रदर्शन कर रही है. अपनी मांगों को लेकर यदि उन्हें जेल भी जाना पड़े तो भी रह जाएंगी, क्योंकि इतनी महंगाई में इतने कम मानदेय में काम करना मंजूर नहीं है. बता दें कि रायपुर के बूढ़ा तालाब में बड़ी संख्या में प्रदर्शन की अनुमति नहीं है, यहां केवल 100 से 200 लोग ही प्रदर्शन कर सकते हैं. उसके बाद भी बड़ी संख्या में पूरे प्रदेश भर की आंगनवाड़ी कार्यकर्ता इकट्ठा होकर प्रदर्शन कर रही हैं.