नई दिल्ली: दिल्ली में बीजेपी को एमसीडी मामले में एक झटका लगा है. मेयर चुनाव से पहले पाला बदलकर आम आदमी पार्टी से बीजेपी में शामिल हुए पार्षद पवन सहरावत ने रविवार को वापसी कर ली है. आम आदमी पार्टी छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में गए बवाना के निगम पार्षद पवन सहरावत एक बार फिर ‘आप’ में से शामिल हो गए. उन्होंने कहा कि यह ”अपने परिवार में लौटने जैसा है.” अब एक बार फिर उनकी घर वापसी से दिल्ली नगर निगम में BJP को एक बड़ा झटका लगा है.वे पिछले दिनों बीजेपी में शामिल हो गए थे.

आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और राजेंद्र नगर के विधायक दुर्गेश पाठक ने टोपी और पटका पहनाकर पवन सहरावत का पार्टी में स्वागत किया. इस दौरान एमसीडी सहप्रभारी दीपक सिंगला भी मौजूद रहे. इस दौरान विधायक दुर्गेश पाठक ने कहा कि केजरीवाल सरकार द्वारा स्कूल, अस्पताल, बिजली, पानी, सड़क और वाईफाई समेत तमाम क्षेत्रों में किए जा रहे, ऐतिहासिक कार्यों से प्रभावित होकर लगातार लोग आम आदमी पार्टी में शामिल हो रहे हैं. इसी क्रम में आज पवन सहरावत AAP परिवार में लौट रहे हैं.

पवन ने कहा कि कुछ गलतफहमियां थी जिनके चलते वो बीजेपी में शामिल हो गए थे, लेकिन वहां उनका मन नहीं लगा. उन्होंने कहा कि बीजेपी में जाने के बाद भी वो लगातार पार्टी के संपर्क में थे. जो गलतफहमियां थी वो दूर की गईं, जिसके बाद आज फिर से वह अपने परिवार में लौट आए हैं.

आप’ ने ट्वीट में कहा

“आप ने बीजेपी को तगड़ा झटका दिया. बवाना से बीजेपी पार्षद पवन सहरावत आप में वापस आ गए हैं. फरवरी में स्थायी समिति के चुनाव से ठीक पहले, वह बीजेपी में चले गए थे, लेकिन उनका मन आप में ही रहा. इसलिए आज फिर पार्षद पवन सहरावत ‘आप’ में शामिल हो गए हैं.

दिल्ली बीजेपी प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने कहा कि चुनाव में भाजपा के 104 पार्षद जीत कर आये थे वह एकजुट हैं. आम आदमी पार्टी पार्षद पवन सहरावत ने बीजेपी कार्यालय आकर पार्टी नीतियों में विश्वास प्रकट कर पार्टी की सदस्यता ली थी. वह वापस गए यह उनकी मर्जी है. सात हफ्ते में 2 बार दलबदल कर उन्होने अपनी राजनीतिक विश्वसनीयता खो दी है.

बता दें कि, 24 फरवरी को, जब सहरावत एमसीडी की स्टैंडिंंग कमेटी के छह सदस्यों के चुनाव के लिए एमसीडी हाउस में हुई वोटिंग के दौरान अपना वोट डालने के लिए अपनी सीट से उठकर भाजपा के पाले में चले गए थे .