शिवम मिश्रा, रायपुर. राजधानी में आम आदमी पार्टी के सैकड़ों कार्यकर्ता सोमवार को प्रदेश में शराबबंदी की मांग को लेकर मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने के लिए निकली. लेकिन पुलिस ने उन्हें रास्ते में ही रोक लिया. आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता हाथ में शराब के बोतल लिए थे. इसे प्रदेश के लिए हानिकारक बताते हुए सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. तख्तियों में नारे लिखा था कि कांग्रेस सरकार क्या हुआ तेरा वादा. प्रदेश में शराबबंदी का क्या हुआ.

पैदल मार्च के पहले बूढ़ातालाब स्थित धरना स्थल में आप नेताओं ने प्रदर्शन किया. सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस ने प्रदेश में शराबबंदी करने की घोषणा की थी. लेकिन सरकार बनने के बाद सिर्फ एक कमेटी गठित कर दी है. जिसका अभी तक कोई अता पता नहीं है. बता दें कि आम आदमी पार्टी शराबबंदी के वादे को आगामी नगरीय निकाय चुनाव में इसे मुद्दा बनाना चाहती है.

आप पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेण्डी ने कहा कि प्रदेश की भूपेश सरकार अपने ही वादे से मुकर रही है. पिछले चुनाव में भूपेश बघेल ने कहा था कि हमारी सरकार आते ही प्रदेश में पूर्ण रुप से शराबबंदी की जाएगी. लोकिन आज सरकार बने 9 महीनें हो चुके हैं और सरकार ने शराबबंदी को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठांए जा रहे हैं.

हुपेंडी ने आरोप लगाया कि छत्तीसगढ़ की जनता को धोखा दिया जा रहा है. सरकार ने शराबबंदी के लिए एक कमेटी बनाई, जिसमें कांग्रेस, भाजपा और बसपा के लोगों की मिलीभगत में कोई निर्णय नहीं लिया जा रहा है. इसी विरोध में आज आम आदमी पार्टी द्वारा बस्तर से लेकर सरगुजा तक विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. अगर सरकार प्रदेश में शराबबंदी नहीं करती है तो आगे उग्र आंदोलन किया जाएगा उसके लिए सरकार तैयार रहे.