नई दिल्ली. लोकसभा चुनाव के लिए जारी बीजेपी के संकल्प पत्र को आम आदमी पार्टी ने ‘जुमला पत्र’ करार देते हुए तंज कसा है. पार्टी की वरिष्ठ नेता आतिशी ने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए वीजेपी ने घोषणा पत्र नहीं, जुमला पत्र जारी किया है. इस जुमला पत्र के जरिए पिछले 10 साल में बीजेपी ने जो वादे पूरे नहीं किए हैं, उन वादों का कच्चा-चिट्ठा देश लोगों को अपने जुमलों से वस धोखा दिया है. प्रधानमंत्री ने अगर 10 साल में काम किया है, तो उसके आधार पर वोट मांगकर दिखाएं.

आतिशी ने किया दावा, आयुष्मान भारत योजना पर पिछले साल दिल्ली के सामने खुलकर आ के स्वास्थ्य बजट गया है. उन्होंने कहा कि से भी कम पैसा बीजेपी ने 10 साल में खर्च हुआ

आतिशी ने कहा कि क्या प्रधानमंत्री में हिम्मत है कि वो आकर कहें कि अगर मैंने काम किया है, तो मुझे बोट दीजिए और अगर कोई काम नहीं किया है, तो मुझे वोट मत देना? हर साल 2 करोड़ युवाओं को रोजगार देने का वादा करने वाले प्रधानमंत्री ने 75 पन्नों के इस जुमला पत्र में ये आंकड़ा तक नहीं दिया कि पिछले 10 साल में उन्होंने कितने युवाओं को रोजगार दिया.

आतिशी ने संकल्प पत्र को जुमला पत्र कहा

प्रधानमंत्री ने महंगाई कम करने का भी वादा किया था, लेकिन महंगाई का स्तर कम होने के बजाय वढ़कर दुनिया में दूसरे नंबर पर पहुंच गया है. अगर हम पिछले 10 साल का कंस्यूमर प्राइस इंडेक्स देखें, तो पिछले 10 साल में भारत में महंगाई 70% बढ़ गई है. किसानों की आय दोगुनी करने का वादा करने वाली बीजेपी ने इस बार किसानों की आय वढ़ाने और एमएसपी के लिए कानून बनाने के बारे में बात तक नहीं की. उन्होंने दावा किया कि आयुष्मान भारत योजना पर पिछले साल दिल्ली जैसे छोटे राज्य के स्वास्थ्य बजट से भी कम पैसा खर्च हुआ है. उन्होंने बताया कि आयुष्मान भारत योजना के तहत पूरे देश भर में 8 हजार करोड़ रुपये खर्च किए गए, जबकि दिल्ली का स्वास्थ्य वजट 9.5 हजार करोड़ रुपये है.