मनोज मिश्रेकर राजनांदगांव. गणेश विसर्जन के दौरान झांकियां निकाली गई, इन झांकियो में धार्मिक परौणिक कथा पर आधारित छत्तीसगढ की संस्कृति सहित पुलवामा हमले का जीवंत चित्रण किया गया था मूविंग आर्च और लाइटिंग से जगमग करती झांकिया आकर्षण का केन्द्र रही जिसका आनंद लाखों दर्शकों ने रात भर उढाया.

राजनांदगांव की परम्परा अनुसार इस बार भी गणेश विसर्जन के पूर्व शहर में गणेश झांकी निकाली गई जो कि रात भर शहर के विभिन्न चौक चौराहों का भ्रमण कर शिवनाथ नदी पहुंची इस मौके पर श्रध्दालू बाजेगाजे और डीजे की धून पर नाचते गाते चल रहे थे. इन झांकियो में रामायण महाभारत जैसे  धार्मिक पौराणिक कथा पर आधारित और छत्तीसगढ संस्कृति सहित राष्ट्रीयता से ओत प्रोत पुलवामा हमले का सजीव चित्रण किया गया था.

मुविंग आर्च और लाइटिंग से जगमग करती गणेश झांकीयो ने रात भर दर्शकों को अपने ओर खीचती रही. झांकियों का आनंद दर्शकों ने रात भर उठाया. शहर में निकली गणेश झाकियों के लिए मंडलियो ने अच्छी तैयारी की थी गणेश उत्सव समितियो ने अपनी झांकियो के लिए अच्छी तैयारी की थी और छत्तीसगढ़ी त्योहार सावन महोत्सव  का वर्णन भी किया गया था जिसमें शंकर पार्वती सावन के झूले पर नजर आई इस झांकी में हरेली पोला त्योहार की झलक दिखाई दी इस तरह अन्य झांकियो में धार्मिक कथा पर आधारित नंदी की बारात राम भक्त हनुमान राम की सेना महाभारत युध्द की कथा में भगवान श्री कृष्ण को चक्र उठाते हुए राहू हनुमान युध्द जैसे कथाओ का जीवंत चित्रण किया था. इस मौके पर महापौर मधुसुदन यादव और समाज कल्याण विभाग की पूर्व अध्यक्ष शोभा सोनी समेत अन्य विशेष रुप से उपस्थित थे.