सुशील सलाम, कांकेर.  जिले के चारामा स्थित रानी दुर्गावती सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मरीज और उसके परिजनों के साथ दुर्व्यवहार करने का मामला सामने आया है. एक परेशान मरीज ने बताया कि अस्पताल की नर्स मरीजों का देखभाल नहीं करती और उसका कर्तव्य बताने पर उल्टे डांट लगाती है कि जो करना है कर लो, हमारा कुछ होने वाला नहीं है, हम काम नहीं करेंगे.

दरअसल, गुरुवार दोपहर को विक्रम प्रताप नाम का युवक अस्पताल में भर्ती हुआ. जिसे उपचार के लिए वार्ड में भर्ती कर ग्लूकोज चढ़ाया गया था. और युवक को बाथरूम जाना था. उसी दौरान अपने पिता को नर्स को बुलाने भेजा. लेकिन ड्यूटी में तैनात नर्स के द्वारा बॉटल निकालने के लिए अस्पताल में काम करने वाली एक महिला को भेज दिया. जिसका काम अस्पताल को साफ-सफाई करने का है.

महिला ने मरीज से कहा कि तुम बॉटल पकड़ कर बाथरूम चले जाओ. बीमार युवक बॉटल को हाथ में पकड़कर बाथरूम जा रहा था कि अचानक बॉटल में लगे ड्रिप से खून बॉटल में जाने लगा. तब मरीज यह देखकर तुरंत अपने बिस्तर में वापस आ गया. तभी एक नर्स आई और बॉटल निकालने लगी.

मरीज ने उनसे कहा कि मैडम आपको बुलाने भेजा था, लेकिन आप नहीं आई. इतने में नर्स भड़क गई और ऊंचे आवाज में मरीज तथा मरीज के परिजनों से दुर्व्यवहार करते हुए बोली कि मुझे मेरा काम मत सिखाओ. जिसको बताना है बताओ. यहां काम करने वाली महिला ये सब काम करती है. तुमको जो करना है कर लो जिसको बताना है बताओ मैं किसी से नहीं डरती कह कर चली गई. आस-पास के मरीजों तथा परिजनों से पूछने पर उन्होंने बताया कि नर्स का व्यवहार ठीक नहीं है. सबके साथ ऐसे ही बात करती हैं. तथा बुलाने पर समय मे नहीं आती.

इस मामले पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के बीएमओ डॉ. ओपी शंखवार ने भी गोलमोल जवाब दिया. उनका कहना है कि हमेशा हमारी कोशिश रहती है कि मरीजों को सही सुविधा मिलती रहे पर नर्स के द्वारा इस तरह का व्यवहार करना सही नहीं है. नर्स को समझाया जाएगा.