रायपुर. छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचार के खिलाफ एसीबी की लगातार कार्रवाई जारी है. टीम ने आज मनेंद्रगढ़ और सरगुजा जिले में दबिश देकर रिश्वत लेते हुए लेखापाल और पटवारी को रंगे हाथों पकड़ा. रिश्वत मांगने की शिकायत पर जनपद पंचायत मनेंद्रगढ़ के लेखापाल और भिट्टीकला के पटवारी के खिलाफ कार्रवई की गई.
लालपुर सरपंच ने एसीबी अंबिकापुर कार्यालय में शिकायत की थी कि ग्राम पंचायत लालपुर में पूर्व में डीएमएफ मद से एलईडी स्ट्रीट लाइट की स्थापना की गई थी, जिसकी अंतिम किश्त 2,88,460 की राशि का भुगतान किया जाना शेष था. उक्त कार्य के लिए उसने सत्येन्द्र सिन्हा, सहायक श्रेणी-2 (लेखापाल), जनपद पंचायत, मनेन्द्रगढ़ से सम्पर्क किया तो उसने उक्त भुगतान के लिए 19,000 रुपए रिश्वत की मांग की. सरपंच रिश्वत नहीं देना चाहता था अपितु आरोपी को रिश्वत लेते पकड़वाना चाहता था. इस शिकायत के सत्यापन के बाद आज ट्रेप आयोजित कर आरोपी सत्येन्द्र सिन्हा को प्रार्थी से 19,000 रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया.
वहीं दूसरे मामले में ग्राम भिट्टीकला जिला अंबिकापुर के पटवारी को रिश्वत लेते पकड़ा गया. प्रार्थी डोमन राम राजवाड़े ने एसीबी अंबिकापुर कार्यालय में शिकायत की थी कि उसके पिता के नाम ग्राम भिट्टीकला में पैतृक भूमि थी. पिता की मृत्यु हो जाने से उक्त भूमि उसकी माता एवं 04 भाइयों के नाम राजस्व रिकार्ड में दर्ज होना था. प्रार्थी ने इसके लिए वीरेन्द्र पांडेय, पटवारी ग्राम भिट्टीकला से सम्पर्क किया तो उसने इस कार्य को करने के लिए 5000 रुपए रिश्वत की मांग की. प्रार्थी रिश्वत नहीं देना चाहता था अपितु आरोपी को रिश्वत लेते पकड़वाना चाहता था. इस शिकायत के सत्यापन के बाद आज ट्रेप आयोजित कर आरोपी वीरेन्द्र पांडेय को प्रार्थी से 5,000 रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया. बता दें कि ग्रामवासी आरोपी पटवारी के भ्रष्टाचार से व्यथित थे. सभी ने एकजुट होकर एसीबी कार्यालय में शिकायत की थी.
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