देहरादून। उत्तराखंड के चमोली जिले के थराली इलाके में भूस्खलन की वजह से तीन मकान तबाह हो गए. हादसे में चार लोगों की मौत हो गई, वहीं एक घायल व्यक्ति को उपचार के लिए अस्पताल दाखिल किया गया है. स्थल पर राहत और बचाव कार्य के लिए पुलिस और एसडीआरएफ की टीमों को भेजा गया है. इसे भी पढ़ें : धनतेरस पर विशेष : ज्वेलरी बेचने में रत्ती के पौधे का दाना आज भी है विश्वसनीय

थराली एसडीएम रवींद्र जुवंता ने समाचार एजेंसी को जानकारी देते हुए बताया कि पैनगढ़ गांव में हुए हादसे में मरने वालों में एक ही परिवार के चार लोग के नाम है, जिनमें देवानंद (57) पुत्र माल दत्त सती, बचुली देवी पत्नी माल दत्त सती (75), घनानंद पुत्र माल दत्त सती (45) और सुनीता देवी (37) पत्नी घनानंद शामिल हैं.

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हादसे के बाद स्थानीय लोगों ने शासन-प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि करीब एक साल से भूस्खलन हो रहा है. इसके बाद भी स्थानीय प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया. अगर प्रशासन हमारी मांगों पर ध्यान देता तो यह हादसा नहीं होता. स्थानीय लोगों ने बताया कि पूरे गांव में तकरीबन 80 परिवार रहते हैं. गांव के जिस क्षेत्र में भूस्खलन का खतरा रहता है, उस ओर करीब 30 परिवार निवास करते हैं.

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भूगर्भीय दृष्टिकोण से संवदेनशील पैनगढ़

बता दें कि पैनगढ़ गांव भूगर्भीय दृष्टिकोण से संवदेनशील है. पांच साल पहले भी यहां ऊपर की पहाड़ियों पर दरारें आ गईं थी, जो बाद में और ज्यादा बढ़ गई थीं. पिछले साल बरसात के मौसम में बारिश की वजह से यहां के कई परिवारों को दूसरे स्थान पर टेंट में भेजा गया था.