हेमंत शर्मा, इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर में सीएम हेल्पलाइन (CM Helpline) की शिकायतों में कमी लाने के लिए पुलिस के अधिकारी, फरियादियों पर शिकायत क्लोज करने का प्रेशर बना रहे हैं, ताकि पुलिस का रिकॉर्ड सीएम हेल्पलाइन में बरकरार बना रहे।

दरअसल, इंदौर के एक निजी कंपनी में इंश्योरेंस मैनेजर रश्मि मिश्रा के एसबीआई बैंक के क्रेडिट कार्ड से 2 लाख निकालने का मामला सामने आया था। जिसके बाद 66 दिनों से पुलिस के चक्कर लगाने के बाद भी पीड़िता की सुनवाई नहीं हो रही थी। जिससे पीड़ित युवती ने सीएम हेल्प लाइन पर शिकायत कर गुहार लगाई, तब निराकरण के लिए मामला पुलिस के पास पहुंचा, लेकिन पुलिस अधिकारी आगे की कार्रवाई करने की बजाय फरियादी पर शिकायत को क्लोज कराने का दबाव बना रहे हैं। पीड़ता ने ऑडियो के साथ इसकी शिकायत भी पुलिस के आला अधिकारियों से की है।

पीड़ित रश्मि मिश्रा ने बताया कि साइबर सेल के टीआई सुमेर सिंह तिवारी ने फोन कर सीएम हेल्पलाइन कंपलेन को क्लोज करने का दबाव बनाते हैं। पीड़िता ने कॉल रिकॉडिंग भी दी है, जिसमें टीआई कह रहे हैं सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत करने से आपको लगता है कि आपकी समस्या का हल हो जाएगा तो सीएम हेल्पलाइन रहने दीजिए, अगर आपको लगता है। सीएम हेल्पलाइन क्लोज करने के बाद आपकी समस्या का हल हो जाएगा तो क्लोज करा दीजिए। आपको बता भी दिया गया है कि आपका पैसा स्टेप बाय स्टेप कहां-कहां गया है। आप हेल्पलाइन में क्लोज करा कर यह लिखवा दीजिए सही दिशा में जांच हो रही है। मेरा काम हो रहा है। यह कहकर यह शिकायत क्लोज करवा दीजिए। लगभग 4 मिनट तक अधिकारी ने शिकायतकर्ता से बात की और सिर्फ शिकायत को क्लोज कराने का प्रेशर बनाते रहे।

वहीं पूरे मामले में पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्र का कहना है कि मामला राज्य साइबर सेल से जुड़ा हुआ है। हालांकि हमारे पास शिकायत करने युवती आई थी। पर मामला साइबर सेल से रिलेटेड था। इसलिए उसे साइबर सेल भेजा गया है। अगर सीएम हेल्पलाइन के मामले में दबाव पूर्वक शिकायत क्लोज कराने का मामला सामने आता है। तो जांच के बाद उस पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी।

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