सुप्रिया पाण्डेय, रायपुर। जैन श्वेतांबर तेरापंथ धर्मसंघ के ग्यारहवें आचार्य महाश्रमण, छत्तीसगढ़ के सुदूर नक्सली क्षेत्रों से होते हुए रायपुर आ रहे है. जिनका आगमन 14 फरवरी सुबह 7.30 बजे से होगा. आचार्य महाश्रमण ने भारत के लगभग 23 राज्यों में सदभावना, नैतिकता और नशा मुक्ति के संदेश लेकर पदयात्रा की है. वे तीन अन्य देशों में भी पदयात्रा कर चुके हैं. आचार्य महाश्रमण ने अपने सम्पूर्ण जीवन की पद यात्रा में अब तक 50 हजार किलोमीटर से अधिक की यात्रा की है.

यात्रा को लेकर महासचिव नरेन्द्र दुग्गड़ ने बताया कि 8 दिनों तक ये कार्यक्रम चलेगा. 20 तारीख को तीन दीक्षार्थियों का अभिनंदन कार्यक्रम है. 21 को वे तीनों को दीक्षा प्रदान करेंगे. 22 को वे रायपुर की अनेक कालोनियों में भ्रमण करेंगे. 26 को टाटीबंध पहुचेंगे.
पिछले 7 वर्षों से अहिंसा यात्रा चल रही है. गांव व लोगों के बीच आचार्य जाते हैं और उन्हें अहिंसा, सद्भावना नैतिकता का अपनाने का संदेश देते है, लोगों से नशामुक्ति की बाते कहते है. आचार्य महाश्रमण की यात्रा से 7 वर्षों में लाखों लोगों ने सद्भावना बनाए रखने व नशा मुक्ति का संकल्प लिया है. हम चाहते है कि हिंदुस्तान का पूरा समाज स्वस्थ्य बने.

बता दें कि 16 से 19 फरवरी तक जैनम मानस भवन में 187 वे मर्यादा महोत्सव का आयोजन किया जाएगा. इस महोत्सव में मर्यादाओं और संकल्पों को दोहराया जाता है. इस दौरान साधु साध्वियों के आगामी चातुर्मास योत्रों की घोषणा भी की जाती है. वे अपनी अहिंसा यात्रा लेकर पहली बार रायपुर आगमन का रहे है.