वाराणसी। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में छात्राओं पर लाठीचार्ज का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. बता दें कि ये छात्राएं ‘छेड़खानी’ के विरोध में प्रदर्शन कर रही थीं, जब इन पर लाठीचार्ज किया गया. इस बीच बीएचयू गेट के बाहर सैकड़ों की संख्या में स्टूडेंट्स ने विरोध-प्रदर्शन किया. इधर लाठीचार्ज के विरोध में कांग्रेस और लेफ्ट समेत कई छात्र संगठनों ने दिल्ली में भी विरोध-प्रदर्शन का आह्वान किया है.
इधर पुलिस ने बीएचयू परिसर में शांति तोड़ने का आरोप लगाकर करीब 1200 स्टूडेंट्स के खिलाफ केस दर्ज किया है.
लाठीचार्ज पर कार्रवाई
वहीं लाठीचार्ज को लेकर लंका थाना प्रभारी, भेलूपुर के सीओ और अतिरिक्त सिटी मजिस्ट्रेट को हटा दिया गया है.
इधर छात्र-छात्राओं के आंदोलन के मद्देनजर बीएचयू प्रबंधन ने पुलिस को खबर की, जिसके बाद से कैंपस में पुलिस तैनात है. छात्र-छात्राओं के हॉस्टल भी खाली कराए जा रहे हैं. आज से विश्वविद्यालय को बंद कर दिया गया है, जिसकी वजह नवरात्रि बताई जा रही है. 6 अक्टूबर को कॉलेज दोबारा खुलेगा.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने मांगी रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रिपोर्ट तलब की है. उन्होंने IG से रिपोर्ट मांगी है.
यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने घटना की निंदा की.
बीएचयू के कुलपति की सफाई
इस बीच बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रोफेसर गिरीश चंद्र त्रिपाठी ने पूरी घटना को यूनिवर्सिटी का नाम खराब करने की साजिश बताते हुए कहा कि हिंसा में बाहरी लोग शामिल थे. उन्होंने कहा कि अब यूनिवर्सिटी प्रशासन ऐसे इंतजाम करेगा, ताकि परिसर में बाहरी लोगों का प्रवेश रोका जा सके.
कहां से शुरू हुआ मामला?
बता दें कि कला संकाय की एक छात्रा अपने हॉस्टल से लौट रही थी, तब उसके साथ बाइक सवार 3 आरोपियों ने छेड़छाड़, गालीगलौज की. छात्रा ने आरोप लगाया था कि पास में ही सुरक्षा गार्ड मौजूद थे, लेकिन उन्होंने उसे बचाने के लिए कुछ नहीं किया.
छात्राओं ने विश्वविद्यालय परिसर में सुरक्षा बढ़ाने और असामाजिक तत्वों पर रोक लगाने की मांग की है.
राहुल गांधी ने साधा निशाना
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने छात्राओं पर लाठीचार्ज के मामले में भाजपा पर निशाना साधा और ट्वीट किया- ‘बीएचयू में बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का बीजेपी वाला रूप.’