सत्यपाल सिंह,रायपुर। छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल ने 10वीं-12वीं के उत्तरपुस्तिका की मूल्यांकन में लापरवाही बरतने वाले 176 शिक्षकों पर कार्रवाई किया गया है. शिक्षा मंडल ने अपने क्षेत्राधिकार के तहत कार्रवाई की है और आगे की कार्रवाई के लिए वेतन वृद्धि रोकने की शासन से अनुशंसा की गई है.

जानकारी के मुताबिक तीन श्रेणीयों में लापरवाह शिक्षकों पर कार्रवाई की गई है. प्रथम श्रेणी में 20 से 40 अंक बढ़े है. इसमें गड़बड़ी करने वाले 60 शिक्षकों पर शिक्षा मंडल ने कार्रवाई करते हुए तीन साल के लिए पारिश्रमिक कार्यों से वंचित कर दिया गया है. दूसरे श्रेणी में 41 से 49 अंकों की वृद्धि हुई है. इसमें लापरवाही बरतने वाले 3 शिक्षकों पर भी मंडल ने कार्रवाई कर तीन साल के लिए पारिश्रमिक कार्यों से वंचित कर दिया है. साथ ही एक साल के वेतन वृद्धि में रोक लगाने के लिए सरकार को अनुशंसा की गई है.

इसके अलावा तीसरे श्रेणी में 50 से अधिक अंक बढ़े है. इसमें लापरवाही बरतने वाले एक शिक्षक को हमेशा के लिए पारिश्रमिक कार्यों से वंचित करते हुए एक साल के वेतन वृद्धि में रोक लगाने के लिए सरकार से अनुशंसा की गई है. इस तरह हायर सेकंडरी के उत्तरपुस्तिका के मूल्यांकन कार्य में लापरवाही करने वाले कुल 176 शिक्षकों पर कार्रवाई की गई है. अंक बढ़ने से कई परीक्षार्थी मेरिट में भी पहुंच गए हैं.

माध्यमिक शिक्षा मंडल के सचिव वीके गोयल ने बताया कि मामला 2018 का है, जिस पर सूचीबद्ध निरीक्षण करने के बाद माध्यमिक शिक्षा मंडल अपने क्षेत्राधिकार के तहत कार्रवाई की है. आगे की कार्रवाई के लिए शासन से अनुशंसा किया गया है.