नई दिल्ली . विवेक विहार स्थित बेबी केयर न्यू बॉर्न अस्पताल में 7 बच्चों की मौत के मामले में पुलिस अस्पताल के मालिक की पत्नी डॉ. जागृति पर भी कार्रवाई करेगी. डॉ. जागृति पति के साथ अस्पताल की पार्टनर है, उन्हें पुलिस ने आज पूछताछ के लिए बुलाया है.

अस्पताल में लापरवाही की वजह से हुई मौत के मामले में डॉ. नवीन के साथ उनकी पत्नी डॉ. जागृति की भी जिम्मेदारी बनती है. रिमांड पर पूछताछ के दौरान डॉ. आकाश ने खुद को बेकसूर बताया है. डॉ. नवीन ने 40 हजार महीना सैलरी पर उसे रखा हुआ था. हादसे वाले दिन वह ड्यूटी पर था. आग लगने पर वह अस्पताल से भागा नहीं. आखिरी दम तक उसने सभी बच्चों को बचाने और उनको सुरक्षित निकालने में मदद की. वह खुद खिड़की के पास खड़ा हुआ था. जब सभी बच्चे वहां से निकाल लिए गए तब वह अस्पताल से गया . हालांकि, पुलिस उसके बयान की जांच करने की बात कह रही है.

पुलिस ने अस्पताल के सभी डॉक्टर, नर्स, पैरा मेडिकल स्टाफ के अलावा दूसरे कर्मचारियों से उनकी डिग्री मांगी है. उन सभी के मोबाइल और सीडीआर की पड़ताल की जा रही है. वहीं, डीजीएचएस अधिकारियों से भी पूछताछ की जाएगी.

वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि एक-एक कर अस्पताल के सभी स्टाफ से पूछताछ करने के लिए पुलिस ने 15 सवालों का एक सेट तैयार किया है. दूरदराज के इलाकों में कमीशन लेकर भी बच्चों को बेबी केयर अस्पताल में भेजा था. पुलिस इस मामले की भी पड़ताल कर रही है.

मोबाइल जांच के लिए भेजे : डॉ. नवीन और डॉ. आकाश को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने उनके मोबाइल फोन को कब्जे में लेकर छानबीन शुरू कर दी है. सूत्रों का कहना है कि गिरफ्तारी से पूर्व इन लोगों ने फोन के अलावा व्हाट्सऐप और एसएमएस के जरिए एक दूसरे से बातचीत की थी. पुलिस को आशंका है कि गिरफ्तारी से पूर्व इन SMS व मैसेज को डिलीट कर दिया गया. अब फॉरेंसिक एक्सपर्ट इनकी जांच करेंगे.

डीएम ने बैठक कर साइट प्लान मांगा

पूर्वी दिल्ली के विवेक विहार में स्थित शिशु देखभाल, नवजात अस्पताल में मंगलवार को जिला अधिकारी ने निरीक्षण किया. इसके बाद उन्होंने दिल्ली नगर निगम व अन्य विभागों के साथ बैठक की. DM ने निगम को निर्देश दिए कि वह दिल्ली मास्टर प्लान 2021 की कॉपी जमा करें. साथ ही, निगम प्रशासन इस जानकारी से अवगत कराए कि इमारत को नियमों के तहत बनाया जा सकता था या नहीं?