नई दिल्ली. बॉलीवुड अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती की तबीयत पिछले कुछ समय से खराब है. बताया जा रहा है कि उनकी पीठ में दर्द है जिसके कारण वो करीब एक साल से स्क्रीन से दूर हैं. हालांकि ठीक होकर वो वापस काम पर लौट आए थे, लेकिन उनका दर्द एक बार फिर शुरू हो गया है. फिलहाल वो दिल्ली में अपना इलाज करवा रहे हैं.

मिथुन एक साल तक अपने ऊटी वाले घर में थे. वहां वो काम से दूर अपनी बीमारी से उबर रहे थे. वो इलाज के लिए लॉस एंजेलिस भी गए थे. ठीक होने के बाद वो मुंबई लौट आए थे और टीवी शोज में नजर आने लगे थे, लेकिन लगता है उन्हें फिर से ठीक होने में समय लगेगा.

शूटिंग के दौरान आई थी चोट

आपको बता दें कि मिथुन ने खराब तबीयत के चलते राज्यसभा से भी इस्तीफा दे दिया था. साल 2009 में शूटिंग के दौरान मिथुन को गंभीर चोट लग गई थी. वो राम गोपाल वर्मा की फिल्म में अहम रोल में नजर आ सकते हैं. इसके अलावा विवेक अग्निहोत्री की ‘द ताशकंद फाइल्स’ का भी हिस्सा हैं. इसमें उनके साथ नसीरुद्दीन शाह भी हैं. यह एक पीरियड-थ्रिलर फिल्म है जो भारतीय प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की मौत पर आधारित है.

नक्सली से फिल्मों तक का सफर

बहुत ही कम लोग जानते हैं कि मिथुन फिल्म इंडस्ट्री में आने से पहले एक नक्सल  थे. लेकिन एक एक्सीडेंट में एकमात्र भाई की मौत हो जाने के बाद उन्होंने नक्सली दुनिया को छोड़ दिया था. वे वापस अपनी फैमिली के पास आ गए. कोलकाता के स्कॉटिश चर्च कॉलेज से केमिस्ट्री में ग्रैजुएट मिथुन ने एक्टर बनने के लिए पुणे फिल्म इंस्टीट्यूट ज्वाइन किया.

उन्होंने अपनी फिल्मी सफर शुरूआत फिल्म ‘मृगया’ (1976) से किया था. इसके बाद उन्होंने ‘मेरा रक्षक’ (1978), ‘सुरक्षा’ (1979), ‘तराना’ (1979), ‘हम पांच’ (1980), ‘डिस्को डांसर’ (1982), ‘प्यार झुकता नहीं’ (1985), ‘गुलामी’ (1985), ‘अग्निपथ’ (1990), ‘वीर’ (2010), ‘गोलमाल -3’ (2010), ‘किक’ (2014) समेत कई फिल्मों में काम किया है. मिथुन ने फिल्म ‘आजा नचले’ (2007) में दर्शन जरीवाला की आवाज डब की थी. वहीं फिल्म ‘लड़ाई’ (1989) में एक बूढ़े आदमी की आवाज की डबिंग के लिए मिथुन ने अपने गले में स्कार्फ बांध के आवाज निकाली थी, जिससे की सही आवाज डब हो सके.