Adani Group Share. अडानी ग्रुप की ओर से शेयर बिक्री के जरिए 21,000 करोड़ रुपये (करीब 2.5 अरब डॉलर) का फंड जुटाने का फैसला किया गया है. यह रकम ग्रुप की ओर से दो कंपनियों में हिस्सेदारी बेचकर जुटाई जाएगी. यूएस शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग द्वारा रिपोर्ट जारी किए जाने के बाद समूह द्वारा पहली बार फंड जुटाया जा रहा है.

स्टॉक एक्सचेंज में दी गई जानकारी के अनुसार, 12,500 करोड़ रुपये समूह की प्रमुख कंपनी अदानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड द्वारा जुटाए जाएंगे, जबकि 8,500 करोड़ रुपये अदानी ट्रांसमिशन द्वारा जुटाए जाएंगे.

फंड कहां से आएगा?

यह फंड अडानी ग्रुप की ओर से क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (क्यूआईबी) से जुटाया जाएगा. न्यूज एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, यह फंड यूरोप और मध्य पूर्व के देशों के निवेशकों से जुटाया जाएगा, जो पहले ही कंपनी में काफी निवेश कर चुके हैं.

अदानी ग्रीन बोर्ड की बैठक स्थगित

अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड द्वारा फंड जुटाने के लिए शनिवार को प्रस्तावित बोर्ड मीटिंग को 24 मई तक के लिए टाल दिया गया है. अगली होने वाली इसी मीटिंग में अडानी ग्रीन द्वारा फंड जुटाने पर फैसला लिया जा सकता है.

हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद एफपीओ को रद्द कर दिया गया

हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद समूह की प्रमुख कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज का 20,000 करोड़ रुपये का एफपीओ रद्द कर दिया गया था. इस एफपीओ में कंपनी के शेयर की कीमत 3,112 रुपये से 3,276 रुपये तय की गई थी, अब शेयर की कीमत 1964 रुपये (शुक्रवार को बाजार बंद होने के अनुसार) है.

बता दें, अडानी ग्रुप पर अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग की एक रिपोर्ट सामने आई थी, जिसके बाद ग्रुप के वैल्यूएशन में 145 अरब डॉलर की कमी आई थी. हिंडनबर्ग के आरोपों का अडानी समूह ने जोरदार खंडन किया और मनगढ़ंत करार दिया.