रायपुर। शिक्षाकर्मियों की हड़ताल से बच्चों की पढाई प्रभावित हो रही है…कोई स्थायी हल निकालने के बदले सरकार वैकल्पिक व्यवस्था बनाने में लगी हुई है. इसी के तहत लोगों से अपील की गई की जब तक शिक्षाकर्मी हड़ताल पर हैं, लोग स्वेच्छा से आकर बच्चों की क्लास ले सकते हैं. इस अपील का असर कई जगहों में नजर भी आया, कहीं जनप्रतिनिधी तो कहीं स्थानीय नागरिक स्कूलों में बच्चों को पढ़ाने के लिए आगे आए.
लेकिन बस्तर के दरभा विकासखंड में शिक्षा विभाग ने एक अजीबो गरीब आदेश जारी किया है. इस आदेश से प्रशासन की मानसिकता बच्चों की गुणवत्तायुक्त शिक्षा नहीं बल्कि सिर्फ खानापूर्ती करना ही नजर आ रहा है. दरभा के विकासखंड शिक्षा अधिकारी ने एक आदेश जारी किया है जिसमें भृत्य याने कि सफाई कर्मियों को शिक्षक के रुप में छात्रों को पढ़ाने का आदेश जारी किया है.
आपको बता दें कि शिक्षाकर्मी अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर चले गए हैं. वहीं सरकार ने भी हड़ताली शिक्षाकर्मियों पर शिकंजा कसना शुरु कर दिया है. कई जगहों पर उनकी बर्खास्तगी का नोटिस जारी तक कर दिया है. सरकार ने स्पष्ट कर दिया है की संविलियन नहीं होगा, वहीं शिक्षाकर्मी भी अपनी मांग पर डटे हुए हैं.
इस तनातनी में सबसे ज्यादा प्रभावित हो रही है. तो वो है बच्चों की पढ़ाई, अब हालात ये है की सफाईकर्मी भी शिक्षक की भूमिका निभा रहे हैं.