रायपुर। राजधानी में अॉक्सीजोन बनाया जाना है.. जिसके लिए खालसा स्कूल के पास की 75 दुकानों को हटाया जा रहा है. जिसका यहां के व्यापारी विरोध कर रहे हैं. व्यापारियों का कहना है कि पिछले 12 साल से यहां उनकी दुकानें हैं. लेकिन अब उनको यहां से हटाकर जिस जगह शिफ्ट किया जा रहा है, वहां इनका व्यापार पूरी तरह चौपट हो जाएगा.
गुरुवार को नगर निगम ने 24 घंटे के अंदर दुकान खाली करने का अल्टीमेटम भी दे दिया है. जिसके विरोध में व्यापारियों ने आज अपनी दुकानों के बाहर काले बैनर लगाकर पूरे प्रशासन को धन्यवाद दिया है. साथ ही ये भी कहा है कि नगर निगम की टीम अगर दुकानों को तोड़ने पहुंचती है तो अारती उतारकर और फूल-माला से स्वागत करते हुए इसका विरोघ करेंगे.
विरोध का ये तरीका व्यापारियों की मजबूरी है क्योकि शासन ने इनके पास कोइ रास्ता नहीं छोड़ा है. मुख्यमंत्री से लेकर कलेक्टर तक गुहार लगाने के बाद भी कोई इनकी बात सुनने को तैयार नहीं है, सवाल सिर्फ 75 दुकानों का नहीं ,बल्कि इनसे जुड़े करीब आठ सौ परिवारों का भी है. ये सभी छोटे-मोटे व्यापारी हैं, जिनका गुजारा इन दुकानों के भरोसे ही चलता है.
ये पहली बार नहीं है 2005 में भी इन व्यापारियों को कचहरी चौक से हटाकर यहां शिफ्ट किया गया था तब जैसे-तैसे इनका व्यापार पटरी पर आया था. इन छोटे-मोटे व्यापारियों के रोजगार छीनकरआठ सौ परिवारों को सड़क पर लाकर अॉक्सीजोन का क्या मतलब रह जाता है?