बेंगलुरु। येलहांका एयर फोर्स स्टेशन पर सोमवार को चिर-प्रतिक्षित ‘एयरो इंडिया 2023’ की शुरुआत हुई. पांच दिन तर चलने वाले एयर शो का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि पहले यह सिर्फ एयर शो था, लेकिन अब ये ताकत बनकर उभर रहा है. यह भारत की नई ऊंचाई का संकेत है. इससे नई संभावनाएं पैदा होंगी.

‘द रनवे टू ए बिलियन अपॉर्च्युनिटीज’ थीम पर आधारित इस एयर शो में 80 से ज्यादा देशों की भागीदारी हो रही है. लगभग 30 देशों के मंत्रियों, ग्लोबल और इंडियन ओईएम के 65 सीईओ के शामिल होने की संभावना है. यह आयोजन लगभग 100 विदेशी और 700 भारतीय कंपनियों सहित 800 से ज्यादा डिफेंस कंपनियों की भागीदारी का भी गवाह बनेगा. शो के दौरान 75 हजार करोड़ के 251 एमओयू साइन किए जाने की संभावना है.

अमेरिका से लेकर रूस तक की भागीदारी

एयरो इंडिया 2023 में प्रमुख प्रदर्शकों में एयरबस, बोइंग, डसॉल्ट एविएशन, लॉकहीड मार्टिन, इज़राइल एयरोस्पेस इंडस्ट्री, ब्रह्मोस एयरोस्पेस, आर्मी एविएशन, एचसी रोबोटिक्स, साब, सेफरीन, रोल्स रोइस, लार्सन एंड टूब्रो, भारत फोर्ज लिमिटेड, हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL), भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल), भारत डायनेमिक्स लिमिटेड (बीडीएल) और बीईएमएल लिमिटेड शामिल हैं.

देसी-विदेशी विमानों की प्रदर्शनी

एयर शाे में वायु सेना के बेड़े में शामिल 36 रफाल के साथ एडवांस फोर्थ जनरेशन के मध्यम मल्टीरोल लड़ाकू विमान, एचएएल का स्वदेशी तेजस लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट का प्रदर्शन किया जाएगा. सुखोई-30 एमकेआई फाइटर, ध्रुव और लाइट कॉम्बैट हेलिकॉप्टर (एलसीएच) और लाइट यूटिलिटी हेलिकॉप्टर (एलयूएच) और ड्रोन शो भी प्रमुख आकर्षण होंगे.

रक्षा उपकरणों के निर्यात पर जोर

35,000 वर्ग मीटर क्षेत्र में हो रहे इस शो में लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट, तेजस, HTT-40, डोर्नियर लाइट यूटिलिटी हेलिकॉप्टर, लाइट कॉम्बैट हेलिकॉप्टर और उन्नत लाइट हेलिकॉप्टर जैसे स्वदेशी एयर प्लेटफार्मों के एक्सपोर्ट को बढ़ावा दिया जाएगा. इस शो में 32 देशाें के रक्षा मंत्री शामिल हो रहे हैं. साथ ही रक्षा उपकरण कंपनियाें के 73 सीईओ का गोलमेज मीटिंग हाेगी. इसके अलावा मंथन स्टार्ट-अप शो और बंधन इवेंट होगा.