रायपुर. चार्टर्ड एकाउंटेंट राजनांदगांव निवासी मुमुक्षु पीयूष गोलछा और कवर्धा निवासी इंजीनियर मुमुक्षु नवनीत बोथरा सांसारिक जीवन त्यागकर जैन धर्म के अनुरुप मुनि रूप में दीक्षा ग्रहण करने जा रहे हैं. कुम्हारी स्थित कैवल्यधाम में बसंत पंचमी पर मुनि महेन्द्र सागर, मुनि मनीष सागर, साध्वी मणिप्रभा श्रीजी एवं अन्य मुनि, साध्वीगणों के सानिध्य में दीक्षा लेंगे.
दीक्षा पूर्व निकली वरघोड़ा यात्रा
कैवल्यधाम एवं जैन विद्यापीठ परिसर स्थित सीमंधर स्वामी जिनालय से दीक्षा पूर्व वरघोड़ा यात्रा निकाली गई. विभिन्न शहरों से आए श्रद्धालुओं ने ‘संयम जीवन सार है बाकी सब बेकार है’ और मुमुक्षुगणों के जयकारे लगाकर अभिनंदन किया। मुमुक्षु रथ पर सवार होकर अभिवादन स्वीकार करते चल रहे थे.
संयमित जीवन पर प्रकाश डाला
मुनि भगवंतों ने धर्मसभा में दीक्षा का जीवन में क्या महत्व है और इस मार्ग पर चलने वाले व्यक्ति को कितना संयमित जीवन जीना होता है. इस पर प्रकाश डाला. धर्म सभा में दोनों दीक्षार्थी परिवार जनों का बहुमान किया गया.