रायपुर. स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग छत्तीसगढ़ द्वारा सभी जिलों में इन्फ्लूएंजा के लक्षणों वाले मरीजों का सर्वेलेन्स को सुदृढ़ करने के लिए सभी जिलों के जिला सर्वेलेन्स अधिकारियों का वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा की गई स्वास्थ्य विभाग के सचिव अमित कटारिया के निर्देशानुसार तथा आयुक्त स्वास्थ्य सेवाएं डॉ. प्रियंका शुक्ला ने में सभी अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि अस्पतालों में आने वाले ऐसे मरीज जिन्हें सर्दी खांसी, बुखार अथवा गले में खराश हो , की समुचित देखभाल किया जाए. एकीकृत रोग निगरानी के दिशा निर्देश अनुसार एसएआरआई (सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी इंफेक्शन) मरीजों को चिकित्सक की सलाह पर भर्ती किया जाए . जिलों में सामान्य इन्फ्लूएंजा वाले लक्षणों के मरीजों के इलाज हेतु जरूरी दवाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित हो. इस दौरान जिला रायपुर में एक व्यक्ति को कोविड टेस्ट पॉजिटिव होने की पुष्टि की गई है , यह मरीज नियमित स्वास्थ्य निगरानी की प्रक्रिया में है.


स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने विभाग के सभी अधिकारियों को इन्फ्लुएंजा जैसे लक्षणों की सतत् निगरानी करने के निर्देश दिए हैं. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा है कि राज्य में ऐसे वायरस जनित रोगों के लिए सुविधाएं उपलब्ध हैं. उन्होंने कहा है कि राज्य के स्वास्थ्य विभाग की की सभी तैयारियां पूरी हैं, कोविड केसेस के आने पर बेड भी आरक्षित हैं, इसके लिए दवाइयां और मैन पावर भी पर्याप्त है. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की टीम किसी भी स्थिति से निपटने के ले तैयार है. मंत्री जायसवाल ने ये भी कहा है कि सभी लोगों से अपील की जाती है कि स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है और घबराने की जरूरत नही है.
हाल ही में भारत सरकार के डायरेक्टर जनरल हेल्थ सर्विसेस की अध्यक्षता में हुई बैठक में ये बात सामने आई है कि देश में कोविड-19 की स्थिति पूरी तरह से अंडर कंट्रोल है. रिपोर्ट के अनुसार अभी तक जितने भी केसेस आए हैं वो माइल्ड हैं जिसमें अस्पताल में भर्ती होना जरूरी नहीं है.
कोविड-19 केस की संभावित स्थितियों को लेकर तैयारियों की समीक्षा करने के लिए राज्य के सबसे बड़े अस्पताल डॉ. भीमराव अम्बेडकर स्मृति चिकित्सालय में ओपीडी, वार्ड एवं उपचार व्यवस्थाओं की समीक्षा की गयी है. इसमें डॉक्टरों तथा नर्सिंग व पैरामेडिकल स्टाफ की ड्यूटी, दवाओं की उपलब्धता, आक्सीजन, बेड की व्यवस्था तथा ओपीडी के संचालन की सम्बन्ध में चर्चा हुई है. यहां कोरोना के संभावित प्रकरणों से निपटने के लिए अस्पताल में पर्याप्त व्यवस्था है. सामान्य ओपीडी से अलग कोविड -19 ओपीडी की व्यवस्था की गई है. संभावित गंभीर मरीजों को भर्ती कर उपचार प्रदान करने के लिए अलग से एंट्री पॉइंट बनाया गया है. इन क्षेत्रों की पहचान के लिए साईनएज बोर्ड लगाए जा रहे हैं. अस्पताल में कोविड – 19 के लिए स्क्रीनिंग, टेस्टिंग और ट्रीटमेंट की पूरी व्यवस्था है.
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