सत्यपाल सिंह राजपूत, रायपुर। आपदा को अवसर में तब्दील कर कोरोना मरीजों के परिजनों से वसूली में लगे निजी अस्पतालों की कड़ी में बांठिया अस्पताल का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. कोरोना से दम तोड़ चुके मरीज के परिजन से एक साथ आईसीयू और वेंटिलेटर का चार्ज जोड़ने के मामले में प्रशासन के नोटिस के बाद अब अस्पताल प्रबंधन बैकफुट पर है, और मरीज के बेटे को फोन कर स्वयं डॉ. बांठिया अतिरिक्त चार्ज किया गया पैसा वापस ले जाने को कह रहे हैं.
लल्लूराम डॉट कॉम के पास मौजूद मरीज के बेटे से फोन से हुई बातचीत में डॉ. बांठिया पैसा रिफंड करने की बात कह रहे हैं. वहीं दूसरी ओर ओवर चार्जिंग के लिए ऑक्सीजन के लगने और मरीज को शुगर लेवल काफी बढ़े होने की बात कह रहे हैं. मरीज के बेटे ने स्पष्ट किया कि पिता की परेशानी को देखते हुए वे बिना कुछ कहे 12 दिनों तक उनकी (डॉ. बांठिया) बात सुनते रहे.
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मरीज के बेटे ने कहा कि उनके कहे अनुसार पैसों का भुगतान करते रहे, और इस दौरान किसी भी तरह की मरीज की दूसरी तकलीफ का मेडिकल स्टाफ ने कोई जिक्र नहीं किया. अब अचानक शुगर लेवल बढ़ने की बात कही जा रही है, जबकि उनके पिता को कभी भी शुगर या बीपी की समस्या नहीं थी. वहीं अस्पताल में मेडिकल स्टाफ की कमी पर डॉक्टर कोरोना काल में कर्मचारी नहीं मिलने की बात कहने लगे. इसका भी मरीज के बेटे ने माकूल जवाब दिया.
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