शब्बीर अहमद,भोपाल। गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने हाल ही में उम्मीदवारों की सूची जारी थी. जिसमें 38 विधायकों के टिकट काट दिए गए, जिसमें 5 वर्तमान मंत्री भी शामिल हैं. ऐसे में अब मध्यप्रदेश में भी सियासी टेंशन बढ़ गई है. गुजरात के बाद मध्यप्रदेश के बीजेपी विधायक भी चिंतित हैं. पिछले बार कम अंतर से जीते बीजेपी विधायकों के टिकट पर संकट गहरा गया है.

2018 में करीब 3 दर्जन विधायकों के कटे थे टिकट

मध्यप्रदेश में करीब 30 ऐसी सीटें हैं, जहां जीत का अंतर 10 हजार के अंदर रहा है. 15 सीटें ऐसी जहां 500 से 5 हजार के बीच रहा जीत का अंतर था. ये सभी 45 सीटें बीजेपी के खाते में गई थी. 2018 में करीब 3 दर्जन विधायकों के बीजेपी ने एमपी में टिकट काटे थे. इसलिए इस बार भी ऐसे विधायकों के टिकट कट सकते हैं.

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मध्यप्रदेश में भी विधायकों के कटेंगे टिकट- अजय विश्नोई

पूर्व मंत्री व विधायक अजय विश्नोई का कहना है कि जीतने वालों को टिकट मिलेगा और हारने वालों का टिकट कटेगा. पार्टी जो करती है वो सोच समझ कर फैसला लेती है. इसके परिणाम अच्छे आएंगे. मध्यप्रदेश में भी टिकट कटेंगे. जिनते सीटिंग विधायक है ये जरुरी नहीं की वो जीत ही जाएंगे. जिनके टिकट कटेंगे, वहां से नए व्यक्ति को अवसर मिलेगा.

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75 के फॉर्मूले पर भी सस्पेंस बरकरार

बीजेपी संसदीय बोर्ड के सदस्य सत्यनारायण जटिया ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि पार्टी के अंदर 75 साल को लेकर कोई क्राइटेरिया नहीं है. 75 साल को लेकर सिर्फ एक धारणा बनी है. नेता पुत्रों को टिकट देने पर जटिया ने समर्थन किया है. उन्होंने कहा कि पार्टी उनको योग्य समझती है, तो उन्हें उम्मीदवार बनाना चाहिए. जो चुनाव जीत सकता है, उसे मौका मिलना चाहिए.

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