अमित पांडेय, खैरागढ़। जिले के नवागांव स्कूल में छात्र मध्याह्न भोजन करने के बाद थाली धोने के लिए स्कूल परिसर से बाहर तालाब जाने को मजबूर है। ऐसे में बारिश के मौसम में किसी अनहोनी से इंकार नहीं किया जा सकता।
जिले के ज्यादातर सरकारी स्कूलों में यह देखा जा सकता है की स्कूली बच्चे मध्याह्न भोजन के बाद खुद ही अपने बर्तन साफ करते हैं, जो की शिक्षा विभाग की शर्मनाक तस्वीर को बयां करती है। जबकि बर्तन को धोने की जिम्मेदारी स्वसहायता समूह की होती है। इसके बाद भी बच्चों से यह काम करवाया जा रहा है।
खैरागढ़ ब्लॉक के अंतर्गत आने वाले शासकीय प्राथमिक और माध्यमिक शाला नवागांव में मध्याह्न भोजन तो महिला समूह बना रहे हैं लेकिन मध्याह्न भोजन के बाद थालियां बच्चों को ही धोनी पड़ रही हैं। नौनिहाल स्कूल परिसर से बाहर निकलकर भोजन की थाली धोने के लिए सड़क पार करके तालाब जाते हैं। बारिश के मौसम में तालाब के किनारे में थाली धोने के दौरान कभी भी अप्रिय घटना घट सकती है, लेकिन जिम्मेदार अधिकारी छात्रों की सुरक्षा को लेकर लापरवाह नजर आ रहे हैं।
इस पूरे मामले को लेकर जब हम जिम्मेदार अधिकारियों से बात करने पहुंचे तो उन्होंने इस मामले पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया।
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