रायपुर. 21 साल की ज्योति चक्रधारी कभी सपने में नहीं सोची थी कि आज भेंट मुलाकात कार्यक्रम में उनके सपने आसानी से पूरे हो जाएंगे. जिन सपनों को बुनते-बुनते वह बड़ी हुई, उन सपनों को पूरा करने में कई बाधाएं भी खड़ी हुई. फिर भी पढ़ने में तेज और खेलने में चपल खिलाड़ी ज्योति ने उम्मीद और विश्वास के साथ आज बालोद के कुसुमकसा में आने का फैसला किया. भेंट-मुलाकात में उनकी समस्याएं सुनकर सीएम भूपेश बघेल ने उन्हें 4 लाख रुपए देने की घोषणा की.

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के भेंट मुलाकात कार्यक्रम के दौरान जब ज्योति ने बोलने का साहस किया तो अपनी समस्याओं को बताते हुए भावुक हो गई. मुख्यमंत्री को बता रही थी की किस तरह आर्थिक तंगी से जूझते हुए उन्होंने कराटे में राष्ट्रीय और घरेलू स्पर्धाओं में गोल्ड और सिल्वर जीते हैं. कराटे की खिलाड़ी ज्योति चक्रधारी बीएससी की पढ़ाई कर चुकी है और आगे एमएससी करना चाहती हैं, लेकिन हमेशा की तरह पैसे आड़े आ जाती है. इस समस्या के समाधान के लिए उन्होंने भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के मंच को चुना.

उन्होंने मुख्यमंत्री के संवेदनशीलता की कहानियां सुनी थी लेकिन आज देख भी ली. मुख्यमंत्री ने उनकी कहानी सुनते ही कहा कि 3 लाख रुपये में हो जाएगा, फिर 1 लाख रुपये और देते हुए 4 लाख रुपये देने की घोषणा कर दी. ज्योति के आंखों में सपने तैरने लगे और हौसले उड़ान भरने लगे. ज्योति ने बताया कि उनके पिता कुम्हार का काम करते हैं और घर में माता और भाई है. जमीन के नाम पर कुछ नहीं है. इतने बड़े सपनों को पूरा करना आसान नहीं था, लेकिन मुख्यमंत्री ने तत्परता से इन सपनों को ना केवल पूरा किया बल्कि ज्योति के हौसलों को एक नई उड़ान और ऊंचाई दी. ज्योति ने भावुक मन से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को धन्यवाद दिया.