मुंबई. मराठा क्रांति मोर्चा ने बुधवार को बुलाया मुंबई बंद दोपहर बाद खत्म कर दिया। मोर्चा के मुंबई संयोजक नरेंद्र पवार ने कहा- हम बंद वापस ले रहे हैं। हमारी अपील है कि ठाणे, नवी मुंबई और दूसरे शहरों में भी बंद वापस लिया जाए। प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा के पीछे राजनीतिक साजिश है। मोर्चा ने मांग की थी कि मराठा समुदाय को आगे लाने के लिए पिछड़ा वर्ग के तहत सरकारी नौकरियों और शिक्षा में 16% आरक्षण दिया जाए। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि सरकार बातचीत के लिए तैयार है।
पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को खदेड़ कर शाम को करीब सात घंटे बाद मुंबई-पुणे एक्सप्रेस-वे खुलवाया। लोगों ने सुबह 10 बजे हाईवे पर ट्रैफिक रोक दिया था। इस दौरान नवी मुंबई के कलंबोली में प्रदर्शनकारियों के साथ पुलिस की झड़प हुई। भीड़ के पथराव के बाद पुलिस ने आंसू गैस के गोल छोड़े और हवाई फायर भी किए।
मुंबई में कई इलाकों में सुबह से बाजार खुलने नहीं दिए। ठाणे और जोगेश्वरी में लोकल ट्रेनें रोक दी गईं। इससे करीब आधा घंटा ट्रेनों की आवाजाही पर असर पड़ा। राज्य के 8 जिलों में ज्यादातर प्राइवेट स्कूल-कॉलेज बंद रखे गए थे। औरंगाबाद में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई थी। मराठा क्रांति सेना ने संगठन की ओर से आधिकारिक तौर पर कहा गया है बंद को वापस लिया जा रहा है. इसके साथ ही संगठन ने बंद के कारण लोगों को हुई परेशानी के लिए मांफी मांगी है.
दरअसल औरंगाबाद के कैगांव में 28 वर्षीय काकासाहेब दत्तात्रेय शिंदे ने सोमवार शाम आरक्षण की मांग को लेकर गोदावरी नदी में कूदकर आत्महत्या कर ली थी, जिसकी प्रतिक्रिया में मंगलवार को कई जिलों में बंद किया गया. शिंदे के अंतिम संस्कार में उसके पैतृक गांव कानड से हजारों लोग इकट्ठे हुए. इसी से नाराज लोगों ने आरक्षण की मांग को लेकर बंद काऐलान किया था.