कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा(Priyanka Gandhi Wadra) केरल के दौरे पर हैं. रविवार को मलप्पुरम में मानव-पशु संघर्ष का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा, ‘मैंने पहले भी आवाज उठाई थी और मैं इस मुद्दे को लगातार उठाती रहूंगी. हमें यहां अधिक धन की आवश्यकता है.’ मैंने अपनी पिछली यात्रा पर यहां जिला अधिकारी और वन अधिकारी से मुलाकात की थी. यहां केंद्र और राज्य सरकार की ओर से धन की कमी है. मैं जाऊंगी और प्रार्थना करूंगी कि ये सभी समस्याएं दूर हों जाएं.

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प्रियंका गांधी ने कहा, ‘मुझे लगता है कि यह ऐसा मुद्दा है जिस पर हमें गौर करने की जरूरत है. यह एक जटिल मामला है. इसका आसान समाधान नहीं है, मगर मैं निश्चित रूप से जितना संभव हो उतना दबाव डालूंगा और इसे बढ़ाऊंगा.’ उन्होंने कहा कि फंडिंग बढ़ाने के साथ ही सुरक्षा उपायों, वन रक्षकों और चौकीदारों की उपलब्धता पर जोर देना होगा. कांग्रेस नेता ने कहा कि हम इस पर काम करेंगे. शनिवार को मननथावाडी विधानसभा क्षेत्र में वायनाड से सांसद प्रियंका ने बूथ स्तर के नेताओं की एक बैठक में कहा कि जिले के भूस्खलन के पीड़ितों को अभी भी आवास संबंधी समस्याएं हैं और उन्हें पर्याप्त मुआवजा नहीं मिला है.

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बाघ के हमले से महिला की मौत

कांग्रेस नेता ने कहा कि कम से कम वायनाड भूस्खलन को केंद्र सरकार ने लोकसभा में हमारे प्रयासों के कारण गंभीर प्रकृति की आपदा घोषित किया और उम्मीद जताई कि इससे पीड़ितों के पुनर्वास के लिए अधिक धन मिलेगा. उन्होंने जंगली जानवरों के हमलों के कारण जान-माल के नुकसान के विभिन्न मामलों का भी उल्लेख किया और कहा कि मानव-पशु संघर्ष के कारण भी आजीविका का नुकसान हो रहा है. प्रियंका ने बताया कि जब वह पिछली बार वायनाड गई थी, तो जिला प्रशासन ने कहा कि मानव-पशु संघर्ष को कम करने और लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अधिक धन की आवश्यकता थी. इससे पहले, 28 जनवरी को प्रियंका ने उस महिला के परिवार से मिलने के लिए गई थी, जिसका 24 जनवरी को बाघ ने हत्या कर दी थी.