अमित पांडेय, डोंगरगढ़। गंगा में नहाने से पाप धुलते हैं, और अगर महाकुंभ का स्नान हो तो? गगन मोटर्स में हुई 7 लाख की सेंधमारी के बाद जब पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि चोर वारदात को अंजाम देने के बाद कुंभ स्नान करने सीधे प्रयागराज चले गए हैं, तो सब हैरान रह गए. डोंगरगढ़ पुलिस और साइबर सेल की टीम ने 11 दिनों की कड़ी मशक्कत के बाद इन ‘पुण्यात्मा चोरों’ को खोज निकाला. यह भी पढ़ें : खबर का असर : छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़, KPS को डीईओ का नोटिस, दो दिन में मांगा जवाब, स्टूडेंट्स के हित में फैसला नहीं आने पर पालक देंगे धरना

25 जनवरी की रात खंडुपारा रोड स्थित गगन मोटर्स शो-रूम में सेंधमारी हुई. चोरों ने पीछे की दीवार में छेद कर दरवाजे की सिटकनी खोली और अंदर रखे 7 लाख रुपये उड़ा ले गए. जब दुकान मालिक ने रिपोर्ट लिखवाई, तो पुलिस के सामने एक बड़ा सवाल था – आखिर चोर कौन थे और इतनी बड़ी रकम कहां गई?

जांच के दौरान 300 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली गई. पुलिस ने पाया कि वारदात के बाद संदिग्ध लोग रेलवे स्टेशन की ओर जाते दिखे. रेलवे स्टेशन के हाईटेक कैमरों ने चोरों की असली तस्वीरें कैद कर ली थीं. जब फुटेज को गौर से देखा गया, तो पता चला कि मास्टरमाइंड कोई और नहीं बल्कि शो-रूम में काम करने वाला रितेश उइके था. उसने अपने साथी आकाश उर्फ लल्ला लाउत्रे और शाहिद खान को अंदर की जानकारी दी और फिर दो नाबालिग बालकों को भी शामिल कर लिया.

पैसे बांट निकल पड़े ‘पुण्य यात्रा’ पर

चोरी करने के बाद पांचों आरोपियों ने आपस में रकम बांटी और सीधा ट्रेन पकड़कर प्रयागराज कुंभ मेले पहुंच गए. साधु-संतों के बीच, लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ में, यह चोर अपनी पहचान छुपाकर पुण्य कमाने का ढोंग कर रहे थे. पुलिस के अनुसार, इन लोगों ने वहां कुंभ स्नान, गंगा आरती, महंगे होटलों में खाना और मस्ती के नाम पर पैसे उड़ाने के बाद नागपुर लौट आए.

4.73 लाख रुपए नगद किए बरामद

चोरी की वारदात के बाद जांच में जुटी पुलिस ने कुंभ यात्रा के बाद नागपुर लौटे आरोपियों को धरदबोचा. पूछताछ में आरोपियों ने चोरी की पूरी कहानी उगल दी. आरोपियों के पास 4.73 लाख रुपये नकद बरामद कर लिए गए, जबकि बाकी पैसे ऐशो-आराम में खर्च हो चुके थे. इस सफल अभियान के लिए पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग ने डोंगरगढ़ थाना और साइबर सेल की टीम को 5000 रुपए नगद इनाम दिया है.