रामेश्वर मरकाम, धमतरी। धमतरी के गर्ल्स काॅलेज में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां उत्तर पुस्तिका जमा करने के बाद एक छात्रा चली गई, लेकिन 20 मिनट ही बीते कि वो दोबारा फिर से परीक्षा देने के लिए क्लास में पहुंच गई. वहां मौजूद प्राध्यापक ने जब छात्रा को दोबारा परीक्षा में बैठने की अनुमति देने से इनकार कर दिया, तो छात्रा सहायक केंद्राध्यक्ष के पास पहुंची. जिसके बाद सहायक केन्द्राध्यक्ष ने प्राध्यापकों पर दबाव बनाकर छात्रा को परीक्षा में बैठा दिया.
काॅजेल की इस हरकत से छात्रों में काफी नाराज़गी है. वहीं बाकी छात्रों को अब परीक्षा को लेकर चिंता सता रही है. जिसकी शिकायत एक छात्रा सोनम साहू ने काॅलेज प्रबंधन और जिला प्रशासन से की है. शिकायतकर्ता छात्रा सोनम ने काॅलेज पर नकल कराने का आरोप भी लगाया है. दरअसल पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यायल द्वारा संचालित काॅलेजों में परीक्षाएं चल रही हैं. जिले के नारायण राव मेघावाले कन्या महाविद्यालय में भी तीन पाली में परीक्षा आयोजित हो रही है, जहां प्रथम पाली में बीएससी की परीक्षा हो रही है. यहां 27 मार्च को हिन्दी भाषा के पेपर में एक छात्रा दो घंटे के बाद अपनी उत्तरपुस्तिका जमा दी और वहां से चली गई.
सोनम साहू, शिकायतकर्ता
वहीं 20 मिनट के बाद छात्रा अचानक दोबारा एक प्रश्न छूट जाने की बात कहते हुए वापस आ गई और परीक्षा में बैठने की बात कही. लेकिन परीक्षा ड्यूटी में लगे प्राध्यापकों ने नियम कायदों की बात कही, तो वे छात्रा सीधे सहायक केन्द्राध्यक्ष के पास पहुंच गई, जिसने प्राध्यापकों पर दबाव बनाकर छात्रा को पुनः परीक्षा में बैठा दिया. अब ऐसे में गर्ल्स काॅलेज की कार्यप्रणाली को लेकर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं.
शिकायतकर्ता छात्रा की मानें तो काॅलेज प्रबंधन ने उस छात्रा को बाहर में नकल करवाने के बाद फिर से परीक्षा मे बैठने की अनुमति दी है, जो नियम के विरुद्ध है और इस पर कार्रवाई होनी चाहिए. शिकायतकर्ता छात्रा का कहना है कि उन्होंने परीक्षा के लिए रात-दिन तैयारी की है. ऐसे में किसी दूसरी छात्रा की नकल में मदद करना उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ है. साथ ही छात्रा का ये भी आरोप है कि गर्ल्स काॅलेज में सुरक्षा को लेकर कोई भी इंतजाम नहीं है, जबकि परीक्षा के दौरान पुलिस की तैनाती होनी चाहिए. वैसे कॉलेज प्रबंधन इस मामले मे कुछ भी बोलने से इंकार कर रहा है. बहरहाल कलेक्टर सी आर प्रसन्ना ने इस मामले की पूरी तरह से जांच करवाने की बात कही है.