रायपुर. छत्तीसगढ़ में 2023 विधानसभा चुनाव की तैयारी जोर-शोर से जारी है. इस बीच आज यूनिफाइड कमांड की महत्वपूर्ण बैठक हुई. इस हाईलेवल बैठक में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू, मुख्य सचिव अमिताभ जैन, डीजीपी अशोक जुनेजा सीआरपीएफ, बीएसएफ, आईटीबीपी, आईबी के अधिकारी मौजूद रहे. करीब 2 घंटे तक चली इस बैठक में नक्सल ऑपरेशन और शांतिपूर्ण चुनाव सहित कई विषयों पर रणनीतिक चर्चा हुई.

बैठक के बाद मीडिया से रूबरू होते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि बैठक में अधोसंरचना से जुड़े विषयों और सरकार की योजनाओं पर चर्चा हुई. नक्सल गतिविधियों में कमी आई है. 75 नए कैम्प खुले. अबूझमाड़ के अंदर तक सरकार की पहुंच हुई है. ढाई लाख किलोमीटर तक की सड़के बस्तर के इलाके में बनी है. 34 बड़े पुल-पुलिया बने हैं. नक्सलवाद पर अंकुश लगा है.

सीएम बघेल ने कहा, चुनाव के मद्देनजर इलाके में फोर्स को अलर्ट किया गया. उसकी व्यवस्था बेहतर करने के निर्देश जारी किए गए हैं. आदिवासियों का दिल हमने जीता है. वन विभाग के अधिकारी और पुलिस के साथ आदिवासियों का अब तालमेल बेहतर हुआ. बंद स्कूल खुले हैं. स्वास्थ्य संबंधी योजनाओं का विस्तार हुआ है.

बस्तर के अंदर हर जनप्रतिनिधि को पूरी सुरक्षा

सीएम भूपेश बघेल ने कहा, छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव क्या नक्सलियों के टारगेट पर है ? क्या नक्सली भाजपा नेताओं को टारगेट कर रही है ? ये सवाल इसलिए है, क्योंकि भाजपा के तरफ से यही आरोप सरकार पर लगाती रही है. इन आरोपों पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भजपा पर पलटवार किया. यूनिफाइड कमांड की बैठक के बाद मुख्यमंत्री नक्सल विषयों पर चर्चा कर रहे थे. मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में कहीं कोई टारगेट किलिंग नहीं हो रही है. भाजपा को विश्वास नहीं तो केंद्रीय एजेंसी से जांच करा लें. बस्तर के अंदर हर जनप्रतिनिधि को पूरी सुरक्षा है. नेताओं को रैली या दौरा करने के दौरान पुलिस को साथ रखने का भी निर्देश है.