रायपुर। शिक्षाकर्मियों के साथ अब रसोईया संघ ने भी अनिश्चितकालीन हड़ताल की शुरुआत कर दी है. प्रदेश भर से सैकड़ों की संख्या में मध्यान भोजन रसोईया राजधानी रायपुर पहुँच गए हैं. शिक्षाकर्मियों के हड़ताल में जाने से स्कूलों में जहां पढ़ाई ठप हो गई है, तो वहीं रसोइयों के जाने के बाद मध्यान भोजन पर भी असर पड़ा है.

ईदगाहभाठा मैदान में रसोईया संघ के सदस्यों ने सरकार के खिलाफ जमकर हल्ला बोला. संघ की मांग है कि सरकार उन्हें चतुर्थ श्रेणी शासकीय कर्मचारी का दर्जा दे. साथ ही न्यूयतम वेतन प्रतिदिन 256 रुपये दे.

रसोईया संघ के पदाधिकारियों का कहना है कि सरकार उन्हें प्रतिदिन सिर्फ 40 रुपये का वेतन देती है. जबकि वे 5 घंटे तक काम करते हैं. खाना बनाने से लेकर साफ-सफाई तक जिम्मेदारी पूरा करते हैं. वहीं संघ की ओर से यह भी मांग की गई है जिन रसोईया कर्मचारियों को निकाला गया है उन्हें फिर से बहाल किया जाए.

इसके साथ ही इन्होंने मांग की है कि सेवानिवृत्त रसोईयों को 1 हजार रुपए मासिक पेंशन दिया जाए, मध्यान्ह भोजन रसोईया कर्मचारियों का भविष्य निधि राशि वेतन से काटी जाए और पेंशन योजना लागू की जाएं, पौष्टिक भोजन हेतु प्रतिछात्र 10 रुपए की भी मांग की है.