Aghan Guruwar 2023: रायपुर. इस वर्ष 2023 अगहन माह में चार गुरुवार पड़ रहे हैं, जिसमें 30 नवंबर, 7 दिसंबर, 14 दिसंबर, 21 दिसंबर है. प्रत्येक अगहन गुरुवार के दिन मां लक्ष्मी की पूजा की पूजा की जाती है. इसमें लिए सबसे पहले बुधवार शाम को घर के मुख्य द्वार के सामने गोबर से लीपकर रंगोली बनाई जाती है. चावल आटे को पानी में गीला करके घर के मुख्य द्वार से लेकर पूजा स्थल तक मां लक्ष्मी के पदचिन्ह, स्वास्तिक और कड़ी बनाएं जाते है.
मां लक्ष्मी की होती है पूजा (Aghan Guruwar 2023)
गुरुवार को सुबह 3 से 4 बजे उठकर स्नान करके लक्ष्मी जी का पूजा की जाती है. मान्यता ऐसी है कि सुबह जिसका घर खुला होता है, वहां मां लक्ष्मी जी आती है. सुबह ही पूजा करनी चाहिए. चावल-आटे से लक्ष्मी माता का पदचिन्ह बनाया जाना चाहिए. इस दिन चार पहर तक लक्ष्मी मां की पूजा होती है. अगहन माह में महालक्ष्मी पूजन करने से परिवार में सुख, समृद्धि का वास होता है.
चावल के आटे सजी रंगोली, माता को करें आमंत्रित (Aghan Guruwar 2023)
30 नवंबर को शुरू हो रहे अगहन गुरुवार के एक दिन पहले 29 नवंबर बुधवार को अपने घर की सफाई की. आंगन और मुख्य द्वार पर रंगोली सजाएं. चावल के आटे से मुख्य द्वार से लेकर पूजा स्थल तक मां लक्ष्मी के पदचिन्ह बनाएं. कलश स्थापना करके आंवला और आम पत्ता का तोरण सजाकर मां लक्ष्मी की प्रतिमा विराजित करें. कटोरी में धान रखकर दीप प्रज्ज्वलित करें. मां लक्ष्मी का आह्वान करके अपने घर पर आमंत्रित करें.
सूर्योदय से शाम तक पूजा (Aghan Guruwar 2023)
महिलाएं गुरुवार को सूर्योदय से पूर्व स्नान करें. व्रत रखने का संकल्प लेकर मुख्य द्वार पर दीप प्रज्ज्वलित करें. दोपहर 12 बजे चावल की खीर, अनरसा, बबरा, चावल का चीला आदि व्यंजनों का भोग लगाएं. शाम को पुन: पूजा-अर्चना कर प्रसाद ग्रहण कर भोजन करें.
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