दिल्ली। संसद द्वारा पारित कृषि बिलों के विरोध में दिल्ली की सीमा पर डटे किसानों ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है. बाजपा प्रमुख जेपी नड्डा के आवास में गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर में बैठक हुई है. बैठक में क्या निर्णय लिए गए इसका खुलासा नहीं हुआ है.

मंत्रियों की बैठक से इतर पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने एक समाचार चैनल से साक्षात्कार के दौरान कहा कि सरकार किसानों से चर्चा के लिए तैयार है. वहीं उन्होंने कृषि कानून पर गलतफहमी ना रखने की बात कहते हुए कहा कि पंजाब के किसानों ने पिछले साल से ज्यादा धान मंडी में ज्यादा एमएसपी पर बेचा है. MSP भी जीवित है, और मंडी भी जीवित है, और सरकारी खरीद भी हो रही है.

वहीं किसानों का आंदोलन दिल्ली की सीमा तक पहुंच गया है. सरकार के बुराडी मैदान में जाने के सुझाव को दरकिनार कर दिल्ली के जंतर-मंतर मैदान या फिर रामलीला मैदान में धरना-प्रदर्शन करने की जिद पर अड़े हुए हैं. सिंधु बार्डर, टिकरी बार्डर और गाजीपुर बार्डर पर किसान डटे हुए हैं. मौके की नजाकत देखते हुए सरकार ने बॉर्डर पर स्थानीय पुलिस के साथ पैरामिलिट्री फोर्स की तैनाती की है.

बातचीत के लिए सरकार की शर्तों को खारिज करते हुए किसानों ने बिना शर्त बातचीत की बात कही है. इसके लिए सरकार के नुमाइंदों को किसानों के बीच आने की बात कही जा रही है. किसानों की मांग है कि कृषि से जुड़े तीनों कानूनों को रद्द किया जाए. किसानों की दलील है कि इन कानूनों के लिए उन्होंने कभी सरकार से अपील नहीं की है.