रायपुर। शादी की सालगिरह हर किसी के लिए खास होती है, हर कोई अपने पति या पत्नी को कुछ न कुछ खास तोहफा देकर इस दिन को यादगार बनाना चाहता है. लेकिन ऐसे ही खास तोहफे और दिन को यादगार बनाने के चक्कर ने रायपुर एम्स में बवाल मचा दिया है, सालगिरह के इस तोहफे पर सोशल मीडिया में सवाल उठाने वाले प्रोफेसर को जहां नोटिस मिली है वहीं पोस्ट को लाइक करने वाले 34 छात्रों को 10 दिन के लिए सस्पेंड कर दिया गया है.

दरअसल एम्स रायपुर के डायरेक्टर डॉ. नितिन एम. नागरकर ने अपनी शादी की सालगिरह 17 अक्टूबर को खास बनाने के लिए अपनी पत्नी डॉ अनु नागरकर से एम्स के 240 बिस्तर अस्पताल का उद्घाटन करा दिया. यह मामला 2016 का है. इस पर एम्स के एक प्रोफेसर डॉ राधाकृष्णन रामचंदानी ने सवाल उठाते हुए अपने फेसबुक पेज पर उद्घाटन की फोटो के साथ साझा कर दिया. जिसे बाद में 34 छात्रों ने लाइक किया, कुछ ने कमेंट और शेयर भी किया. जिस पर डायरेक्टर डॉ नितिन एम. नागरकर ने उन सभी छात्रों को सस्पेंड कर दिया जिन्होंने लाइक कमेंट या शेयर किया था.

पहले पत्नी फिर मंत्री से कराया उद्घाटन 

इस पूरे मामले में सबसे अहम बात यह रही कि उसी 240 बिस्तर अस्पताल का उद्घाटन वापस केन्द्रीय राज्यमंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने जनवरी 2017 में किया जिसे एम्स के डायरेक्टर डॉ नितिन एम. नागरकर ने अपनी पत्नी से कराया था.

क्या लिखा था प्रोफेसर ने फेसबुक में

उन्होंने लिखा है क्या एम्स रायपुर यहां के डायरेक्टर की निजी संपत्ति है. जिसका किसी मंत्री या समाजसेवी या पेशेंट की बजाय अपनी पत्नी से उद्घाटन करा दिया गया. खबर पुरानी जरुर है लेकिन हमारे सिस्टम की जड़ों में चोट करती है.

मैं एम्स के डायरेक्टर और उनकी पत्नी( जो कि एम्स की स्टाफ भी नहीं हैं) के साहस को सेल्यूट करता हूं. जिन्होंने अपने शादी की सालगिरह के दिन 240 बिस्तरों के अस्पताल का उद्घाटन किया. वह भी रायपुर एम्स के अधिकारियों और कर्मचारियों की उपस्थिति में. इसके साथ ही इस आयोजन में भोपाल एम्स के अधिकारियों को भी आमंत्रित किया गया था. यहां तक कि यूपीए और एनडीए के स्वास्थ्य मंत्रियों से कभी भी रायपुर एम्स का उद्घाटन नहीं कराया गया.

छात्रों ने ये किया कमेंट

रामचंदानी के इस पोस्ट पर एम्स के छात्रों ने तीखे कमेंट्स किए हैं। छात्रों ने लिखा है कि ये शर्म करने वाली बात है. आखिर किस हैसीयत से ऐसा कराया गया है। वहीं इस पोस्ट के बाद रामचंदानी को एम्स के डायरेक्टर नोटिस जारी 7 दिनों के भीतर जवाब मांगा है। जबकि इस मामले में 34 छात्रों को 10 दिनों के लिए निलंबित कर दिया गया है।

नोटिस का देंगे जवाब

प्रोफेसर डा राधाकृष्ण रामचंदानी ने कहा है कि वे नोटिस का जवाब बिंदु दर बिंदु तथ्यों के साथ जवाब देंगे. वहीं निलंबित किए गए छात्रों ने आज बैठक की और डायरेक्टर से मुलाकात कर इस मामले को सुलझाने का प्रयास किया. मुलाकात के बाद फौरी तौर पर उन्हें राहत प्रदान करते हुए क्लास में शामिल होने की अनुमति दी गई है.

डायरेक्टर साहब व्यस्त हैं

इस मामले में एम्स के डायरेक्टर डॉ नितिन से बात करने के लिए फोन लगाया गया तो उनके पीए ने फोन उठाया और बताया कि डायरेक्टर साहब किसी कार्य में व्यस्त हैं. पीए के मुताबिक कुछ आंतरिक मुद्दे थे जिसकी वजह से कार्रवाई की गई है लेकिन अब सब ठीक हो गया है.