शब्बीर अहमद, भोपाल। ज्योतिरादित्य सिंधिया के केन्द्रीय उड्डयन मंत्री बनने के बाद से लगातार एमपी को उड्डन के क्षेत्र में सौगात भी मिल रही है। इसके साथ ही भविष्य को लेकर और क्या अच्छा किया जा सकता है इस पर भी फैसले लिए जा रहे हैं और प्लानिंग भी की जा रही है। अब एयर कार्गो को लेकर एक और निर्णय लिया गया है इससे भोपाल और इंदौर को फायदा मिलेगा।
इंदौर एयरपोर्ट : इस हवाई अड्डे में अंतरराष्ट्रीय और घरेलू हवाई कार्गो दोनों को संभालने की सुविधा है। इस पुनर्निर्मित निर्यात एयर कार्गो टर्मिनल का उद्घाटन 6 जनवरी 2021 को हुआ था, यह सुविधा 16.644 मैट्रिक टन कि वार्षिक संचालन क्षमता के साथ 1166 वर्गमीटर के क्षेत्र में विकसित की गयी है। चूंकि घरेलू कार्गो के लिए मौजूदा सुविधा, पुराने यात्री टर्मिनल भवन में संचालित की जा रही है, जो कि जीर्ण-शीर्ण स्थिति में है, मौजूदा ढांचे को बदलने के लिए सेंटर फॉर पेरिसेबेल कार्गों (CPC) सहित घरेलू एयर कार्गो टर्मिनल के लिए एक नई सुविधा की योजना बनाई जा रही है। बैठक में ये नियोजित संरचना 2000 वर्ग मीटरसेंटर फॉर पेरिसेबेल कार्गों (सीपीसी) सहित 73 हजार मेट्रिक टन की वार्षिक हैंडलिंग क्षमता के क्षेत्र में होगी।
भोपाल एयरपोर्ट : इस हवाई अड्डे में पुराने यात्री टर्मिनल भवन में घरेलू हवाई कार्गो को संभालने की सुविधा है। ये सुविधा पुराने यात्री टर्मिनल भवन के संशोधन के बाद 14 फरवरी 2020 को चालू की गई थी। ये सुविधा 16.060 मेट्रिक टन की वार्षिक संचालन क्षमता के साथ 440 वर्गमीटर क्षेत्र में बनाई गई है। ये नियोजित संरचना 29.200 मैट्रिक टन कि वार्षिक संचालन क्षमता के साथ 800 वर्ग मीटर के क्षेत्र में होगी। सुविधा को दिसंबर 2022 तक निर्मित और चालू करने का लक्ष्य है। ये सुविधा अगले 10 से 15 सालों के लिए घरेलू एयर कार्गो आवाजाही की आवश्यकता को पूरा करेगी।
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