Air Pollution Health Effects: प्रदूषण आज के समय की सबसे गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं में से एक बन चुका है. इससे न केवल सांस संबंधी दिक्कतें होती हैं, बल्कि हृदय, त्वचा और इम्यून सिस्टम पर भी इसका असर पड़ता है. इसलिए सिर्फ सरकार या नीतियों पर निर्भर रहने के बजाय हमें व्यक्तिगत स्तर पर भी सावधानी बरतनी चाहिए. यहां कुछ व्यावहारिक और असरदार उपाय बताए जा रहे हैं, जो प्रदूषण के दुष्प्रभाव को कम करने में मदद कर सकते हैं.
Also Read This: आ गया है आंवले का मौसम, जल्दी से बना लें खट्टी-मीठी चटनी… महीनेभर लें स्वाद

शरीर को अंदर से डिटॉक्स करने के उपाय (Air Pollution Health Effects)
पर्याप्त पानी पिएं: दिनभर में 8–10 गिलास पानी शरीर से टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में मदद करता है.
विटामिन C युक्त फल खाएं: नींबू, संतरा, अमरूद, आंवला और टमाटर फेफड़ों को मजबूत बनाते हैं और इम्यूनिटी बढ़ाते हैं.
हरी पत्तेदार सब्जियां शामिल करें: पालक, मेथी, सरसों का साग और ब्रोकोली जैसी सब्जियां एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होती हैं.
हर्बल ड्रिंक पिएं: तुलसी, अदरक, हल्दी और काली मिर्च की चाय या काढ़ा प्रदूषण से हुई सूजन को कम कर सकता है.
गुड़ और शहद का सेवन करें: ये फेफड़ों में जमी गंदगी को बाहर निकालने में मदद करते हैं.
Also Read This: सर्दियों में नहाने के बाद त्वचा में लगता है रूखापन, तो अप्लाई करें ये तेल
बाहर निकलते समय बरतें सावधानी (Air Pollution Health Effects)
- मास्क का सही उपयोग करें: N95 या N99 मास्क प्रदूषक कणों को रोकने में प्रभावी हैं.
- पीक आवर्स में बाहर निकलने से बचें: खासकर सुबह और शाम के समय, जब हवा में PM स्तर अधिक होता है.
- घर में पौधे लगाएं: मनी प्लांट, स्नेक प्लांट और एलोवेरा जैसे पौधे हवा को शुद्ध करने में मदद करते हैं.
- खिड़कियां सीमित समय के लिए खोलें: जब हवा अपेक्षाकृत साफ हो, तभी घर की खिड़कियां खोलें.
श्वसन स्वास्थ्य के लिए
प्राणायाम और योग करें: अनुलोम-विलोम, कपालभाति और भ्रामरी जैसे योगासन फेफड़ों की क्षमता बढ़ाते हैं.
भाप लें (स्टीम इनहेलेशन): यह नाक और गले की नमी बनाए रखने में मदद करता है और सांस लेने में राहत देता है.
Also Read This: सर्दियों में दालचीनी का सेवन होता है बहुत फायदेमंद, जानिए कैसे करें इसका सेवन
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें

