रायपुर। कांग्रेस ने स्वास्थयमंत्री अजय चंद्राकर से भ्रष्टाचार और काले धन के मामले में जांच पूरी होने तक अपने पद से इस्तीफा देने की मांग की है. लल्लूराम डॉट कॉम ने शुक्रवार को खुलासा किया था कि पीएमओ ऑफिस के निर्देश पर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री अजय चंद्राकर पर भ्रष्टाचार, कालेधन व आय से अधिक संपत्ति होने के मामले में प्रवर्तन निदेशालय, आयकर विभाग एवं छत्तीसगढ़ सरकार कर रही है.
कांग्रेस ने बयान जारी कर कहा मंत्री अजय चंद्राकर को अहंकारी बताते हुए उनकी भाषा को लेकर आपत्ति जताई. कांग्रेस का कहना है कि उच्च न्यायालय में जनहित में लगायी याचिका खारिज हुई है उस पर मंत्री का बयान बेहद आपत्तिजनक है. कांग्रेस ने कहा कि मंत्री के खिलाफ याचिका आय से अधिक संपत्ति नहीं पाये जाने के कारण खारिज नहीं हुई है. तथ्यों को छुपाते हुये बताया जा रहा है कि दरअसल वाद प्रस्तुत करने की तकनीकी दिक्कतो के कारण याचिका खारिज हुई है न ही उन्हें कोई क्लीनचिट दी गयी है.
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता महेन्द्र छाबड़ा ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री कार्यालय से 15 मई 2017 को ही जांच के आदेश दिये गये हैं पर छत्तीसगढ़ सरकार में मंत्री होने के कारण चंद्राकर अपने रसूख का गलत इस्तेमाल करते हुये पूरी जांच को रूकवा दिया है.
कांग्रेस का कहना है कि चूंकि मंत्री अजय चंद्राकर मंत्री रहते हुए जांच को प्रभावित करने का रसूख रखते है और लगातार प्रभावित भी कर रहे हैं. कांग्रेस ने इसे लोकतंत्र के लिए चिंताजनक बताया है. कांग्रेस ने मांग की है कि अजय चंद्राकर को जांच पूरी होते तक अपने मंत्री पद से नैतिकता के नाते इस्तीफा देना चाहिये.
कांग्रेस का कहना है कि तकनीकी त्रुटि से याचिका खारिज होने को क्लीनचिट मिलने की बात कहकर अपनी पीठ थपथपाना पूरी तरह न्यायपालिका का अपमान है.
ज्यादा तूल न दें- सीएम
वहीं इस मामले में मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने चंद्राकर का बचाव करते हुए मीडिया के साथ ही विपक्ष को मामले को ज्यादा तूल न देने की नसीहत दी. उन्होंने कहा कि मामला पुराना है और इसमें कोर्ट ने अपना फैसला सुना दिया है.