चंडीगढ़. शिरोमणि अकाली दल ने लोकसभा चुनाव के लिए 5 और चंडीगढ़ की एक सीट के लिए उम्मीदवार के नामों का ऐलान कर दिया है. इनमें हरसिमरत कौर बादल, मोहिंदर सिंह केपी का नाम शामिल है. हरसिमरत कौर बादल अब अपने पुराने हलके बठिंडा से ही चुनाव लड़ेंगी.

इस बार बठिंडा में कड़ा मुकाबला होने की संभावना है, क्योंकि वहां शिरोमणि अकाली दल से अलग होकर मलूका परिवार की बहू और पूर्व आईएएस अफसर परमपाल कौर भाजपा की तरफ से चुनाव मैदान में हैं. वहां से लक्खा सिधाना शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर) की तरफ से चुनाव लड़ रहा है और आम आदमी पार्टी की तरफ से कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डियां चुनाव मैदान में हैं. कांग्रेस की तरफ से पूर्व विधायक जीत मोहिंदर सिंह बठिंडा से चुनाव लड़ रहे हैं. किसी समय जीत महिंदर सिंह का संबंध भी अकाली दल के साथ रहा है. जालंधर से पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रधान और पूर्व मंत्री मोहिंदर सिंह केपी इस बार शिरोमणि अकाली दल की तरफ से लोकसभा चुनाव मैदान में उतरे हैं. सोमवार सुबह ही उन्होंने शिअद का पल्ला पकड़ा था और उसके कुछ देर बाद ही सुखबीर सिह बादल ने उनका नाम शिअद के उम्मीदवार के तौर पर घोषित कर दिया.

होशियारपुर से शिरोमणि अकाली दल ने सोहन सिंह ठंडल को लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए मैदान में उतारा है. सोहन सिंह पूर्व मंत्री है और शुरू से ही शिरोमणि अकाली दल के साथ जुड़े हुए है. काफी समय के बाद इस बार शिअद ने होशियारपुर से अपना उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारा है. पहले शिअद और भाजपा में चुनावी गठजोड़ हुआ करता था और उस समय यह सीट हमेशा भाजपा के हिस्से रही और भाजपा ही वहां से उम्मीदवार खड़ा करती थी. लुधियाना से शिअद ने पूर्व विधायक और शिरोमणि अकाली दल के पूर्व जिला प्रधान रणजीत सिंह ढिल्लों को लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए टिकट दी है. 2022 में भी विधानसभा का चुनाव ढिल्लों ने लड़ा था, लेकिन तब सफलता नहीं मिली थी.

फिरोजपुर से शिअद ने नरदेव सिंह बॉबी मान को चुनाव में उतारा है. वहीं, नरदेव सिंह बॉबी का संबंध जोरा सिंह मान से है, वह उनके बेटे हैं. जोरा सिंह गान का फिरोजपुर की राजनीति में बड़ा नाम रहा है. वह वहां से 3 बार लोकसभा के लिए चुने गए थे और प्रकाश सिंह बादल के बहुत करीबी थे. शिअद ने चंडीगढ़ सीट से भी उम्मीदवार खड़ा किया है. टिकट हरदीप सिंह बुटरेला को दी है. वह चंडीगढ़ नगर निगम में मौजूदा कौसलर है.